Tuesday, March 17, 2020

&tv के ‘लाल इश्क’ के सेट पर यश पंडित का डरावना स्वागत


ऐसा हर दिन नहीं होता कि किसी का आम दिन एक यादगार दिन में बदल जाये। हाल ही में टेलीविजन एक्टर, यश पंडित का अनुभव कुछ ऐसा ही रहा है, जब वह -ज्ट के ‘लाल इश्क’ के एक एपिसोड की शूटिंग कर रहे थे। पहले भी कई सुपरनैचुरल शोज़ में काम करने की वजह से यह बहुत ही स्वाभाविक सी बात है कि इस जोनर को लेकर यश के मन में खास लगाव है और उन अलग-अलग कहानियों से उन्हें डर ना लगे। लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनके इस लगाव की वजह से उन्हें एक डरावने अनुभव से सामना करना पड़ेगा। 


मुंबई में शक्ति मिल कम्पाउंड में एक सीन की शूटिंग के दौरान, यश ने इस जगह के बारे में कुछ डरावनी कहानियां सुन रखी थीं। ऐसा कुछ भी डरावना नहीं हो रहा था, लेकिन जब पूरी यूनिट ने एक रात उनके साथ शरारत करने का फैसला किया तो उनका अनुभव बेहद डरावना था। उस घटना को याद करते हुए, यश कहते हैं, ‘‘इस जगह के बारे में हमने कुछ खौफनाक कहानी सुन रखी थी और वहां शूटिंग करने को लेकर थोड़ा डरा हुआ था। पैक अप के बाद मैं भी पूरी टीम के साथ तुरंत वहां से निकल गया। एक रात हमें थोड़े अलग समय में रात के 3 बजे शूटिंग करनी थी। जैसे ही शूटिंग खत्म हुई, मैं जल्दी-जल्दी घर जाने की तैयारी करने लगा, लेकिन कुछ लोग पहले ही जा चुके थे। सच कहूं तो मैं अकेले जाने से थोड़ा डरा हुआ था, लेकिन मैं किसी तरह अपनी हिम्मत बनाये हुआ था। जैसे ही मैं अपनी कार में बैठा, मैंने अपने रियर व्यू मिरर से पिछली सीट पर एक आकृति महसूस की। मैं तुरंत ही चिल्लाने लगा और कार से कूदकर अपनी सारी चीजें छोड़कर भागने लगा। कुछ मिनट बाद मैंने महसूस किया कि, वह परछाई जो मैंने देखी थी, वह मेरे साथी को-स्टार की थी जो कि इस शो में शैतान की भूमिका निभा रहे थे। क्रू ने बड़ी ही चालाकी से मुझे डराने के लिये उन्हें भेजा था, और मैं डर भी गया था! मेरे हाव-भाव देखकर सेट पर सारे लोग जोर-जोर से हंसने लगे और मुझे समझ में आ गया कि मेरे साथ मजाक किया गया है (हंसते हुए)। मैं यह कह सकता हूं कि वह मेरा सबसे यादगार स्वागत था, जो मुझे मिला था।’’ 


आगामी एपिसोड में यह कहानी एक नये शादीशुदा जोड़े, विवान (यश पंडित) और अलिशा (रूप दुर्गापाल) के इर्द-गिर्द घूमेगी। यह कपल अपने हनीमून के लिये एक सुनसान कैम्प पर जा रहा है। एक पुरानी मूर्ति पर अलिशा का ध्यान जाता है और उसे बीच रास्ते मेंएक शैतान खींच लेता है। इस बात को समझते हुए कि विवान एक बच्चे के लिये सबसे उपयुक्त है, तो वह शैतान उसे जंगल की तरफ खींच कर ले जायेगा। लेकिन यह देखना होगा कि यह जोड़ा किस तरह उस शैतान के चंगुल से छूटकर भागने में कामयाब होता है। 


और अधिक जानने के लिये देखिये, ‘लाल इश्क’ रात 9 बजे और 10 बजे, शनिवार और रविवार, केवल & पर.


शानदार मेलबोर्न की झलक


मेलबोर्न एडवेंचरस, वाइल्डलाइफ लवर्स, फूडीज और रोड ट्रिपर्स के लिए एक परफेक्ट प्लेग्राउंड है। इसने हाल ही में मिथिला पालकर, मंदिरा बेदी, नीती मोहन, शक्ति मोहन, मुक्ति मोहन, पाउला मैकग्लिन जैसी प्रसिद्ध हस्तियों के साथ कई अन्य लोगों की मेजबानी की, जिन्हें मेलबोर्न शहर की लुभावनी सुंदर जगहों का आनंद लेते देखा गया। मेलबोर्न में मशहूर हेलीसेविल सैंक्चुअरी में जाकर ज्यादातर मशहूर हस्तियों ने इकोबैट क्रूज़ का खूबसूरत सूर्यास्त देखा, पेंग्विन परेड में छोटे पेंगुइन के जादू का अनुभव किया और ऑस्ट्रेलिया में ग्लोबल बैलूनिंग में लाइफटाइम एक्सपीरियंस का मज़ा लिया।
मेलबोर्न अपने हाइव ऑफ़ बस्टलिंग, क्रिएटिव लेनवेज़, अपने कवर्ट बुटीक, प्रसिद्ध रेस्तरां और होल-इन-द-वॉल कैफे और बार के लिए प्रसिद्ध है। मंदिरा बेदी और मोहन बहनों को मेलबोर्न की छोटी-छोटी गलियों में घूमते हुए देखा गया था, जो कि मेलबोर्न की सड़क कला की कभी-कभी बदलती बाहरी गैलरी पेशकश की लुभावनी साक्षी है।मेलबर्न में अपने अनुभव पर, मंदिरा बेदी ने शेयर किया, “मेलबोर्न में एक्सपीरियंस के लिए बहुत कुछ है! अपनी सुबह को एक्सप्लोर करते हुए इस शहर में देखने के लिए विंटेज पफिंग बिली पर एक सुरम्य यात्रा है | होसियर लेन में  रिवरसाइड पर टहलते हुए लिविंग स्ट्रीट आर्ट भी देखने लायक है |यह वास्तव में एक यादगार यात्रा रही है। यहाँ फिर से आने का इंतज़ार नहीं कर सकती! "
मेलबोर्न अपने जीवंत और कलरफुल लेनवेज़ के लिए जाना जाता है, मंदिरा बेदी और मोहन बहनों ने होसियर लेन में स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों द्वारा बनाए गए अरे ऑफ़ कलर्स, केरेक्टर्स और शेप्स  से मंत्रमुग्ध हो गए। मशहूर हस्तियों को प्रसिद्ध ब्लूस्टोन लानवे के नीचे जाते हुए देखा गया, जिन्होंने सड़क पर बनी हुई कला की प्रशंसा की, मेलबोर्न शहरी कला को दुनिया भर में जाना जाता है। होसियर लेन के साथ, उन्हें एसीडीसी लेन के माध्यम से भटकते हुए देखा गया था, जो मेलबर्न के रॉक ’एन 'रोल के साथ स्थायी प्रेम संबंध का प्रतीक है और इसका नाम ऑस्ट्रेलियाई संगीत नायकों के नाम पर रखा गया है।
मेलबोर्न की अपनी दूसरी यात्रा पर अपने अनुभव को शेयर करते हुए, नीती मोहन ने कहा, “यह सबसे अच्छी यात्राओं में से एक रही है! हमारे लिए सबसे अच्छा मोमेंट ट्वेल्व अपोस्टल्स मंत्रमुग्धता का अनुभव था। मेलबोर्न के छिपे हुए स्थानों और वैंकूवर ACDC और स्थानीय कला से सजे होसियर लेन, रेनेर के ऑर्चर्ड में ताजे फल और सुंदर हॉट एयर बैलून की सवारी; हम अब मेलबर्न और इसके क्षेत्रों में यादें बना रहे हैं जिसे हम हमेशा के लिए संजोएंगे! ”


Saturday, March 14, 2020

&tv के ‘कहत हनुमान जय श्रीराम’ के बाल हनुमान के 5वें जन्मदिन पर आया विशाल लड्डू


गेंदे के फूल की तरह सुर्ख नारंगी और पीले रंग के खूबसूरत, इस लड्डू को भगवान हनुमान का प्रिय भोग माना जाता है। लड्डू के प्रति ऐसा ही लगाव -ज्ट के ‘कहत हनुमान जय श्रीराम’ के बाल हनुमान, एकाग्र द्विवेदी को है। इस शो के सेट पर सभी कलाकारों और क्रू के साथ अपना शानदार 5वां जन्मदिन मना रहे, एकाग्र को इस दौरान एक सरप्राइज केक मिला, जो आम केक की तरह नहीं था। लेकिन सुर्ख नारंगी और विशाल आकार का यह लड्डू केक देखकर निश्चित रूप से उनकी आंखें खुशी से चमकने लगी थीं। 


इस केक ने ना केवल एकाग्र को हैरान कर दिया, बल्कि सारे कलाकार भी यह देखकर चैंक गये थे कि कितनी खूबसूरती से इसे तैयार किया गया था। बाल हनुमान का जो लगाव लड्डू के साथ है वैसा ही एकाग्र को भी है, जिसके लिये इसे तैयार किया गया। हर सदस्य बर्थडे वाली धुनों के साथ गुनगुना रहा था और इस नन्हे कलाकार को अपने हाथों से लड्डू केक खिला रहा था। प्रसन्नता से भरे एकाग्र को खुशी-खुशी इस केक को काटते हुए देखा गया।  


इस भव्य सेलिब्रेशन के बारे में बताते हुए एकाग्र कहते हैं, ‘‘मुझे सच में लगा कि वो केक एक लड्डू ही है और लड्डू मुझे बहुत पसंद हैं। मुझे इसे बात की बेहद खुशी थी कि वो दोनों का ही मिक्स था। बहुत मजा आया!’’ 


अपने बेटे की बातों को और आगे बढ़ाते हुए, एकाग्र की मां कहती हैं, ‘‘एकाग्र के लिये यह बहुत ही अलग तरह का बर्थडे था और हमें यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा था कि उसे मजा आ रहा है। एकाग्र को लड्डू बहुत ही पसंद आते हैं और इतने बड़े लड्डू को देखकर वह काफी खुश था। यह सच है कि केक उसकी दूसरी पसंद है, इसलिये यह उसके लिये डबल सरप्राइज की तरह था। उसके बर्थडे को इतना यादगार बनाने के लिये लिये दिल से शुक्रिया!’’ 


बाल हनुमान के रूप में अपनी छाप छोड़ रहा यह नन्हा करिश्मा अपने को-स्टार्स - स्नेहा वाघ, जितेन लालवानी, एकाग्र द्विवेदी, निर्भय वाधवा, मीर अली, संजय कौशिक और कई अन्य कलाकारों के साथ अपना जन्मदिन मना रहा था।


बने रहिये, ‘कहत हनुमान जय श्रीराम’ के साथ हर सोमवार से शुक्रवार, रात 9.30 बजे 
केवल &tv परl


Thursday, March 12, 2020

बी4यू , #MindItBoss दें रहा है साउथ इंडियन फिल्मों को नई झलक

 


बी4यू , #MindItBoss दें रहा है साउथ इंडियन फिल्मों को नई झलक
बी4यू कड़क हमेशा से अपने दर्शकों के लिए कुछ नया और क्रिएटिव करता आ रहा है. इसी कड़ी में  #MindItBo
ss  के नए विचार के साथ अपने दर्शकों की गर्मियों को कूल बना रहा है.
जब साउथ इंडियन फिल्मों की बात आती है तो लोगों को लगता है कि साउथ फिल्मों की कोई स्टोरी नहीं होती. साउथ फिल्मो को लेकर लोगों की धारणा अलग थी पर कुछ समय से साउथ इंडस्ट्री में बदलाव आया है. साउथ इंडस्ट्री ने अब बॉलीवुड को पीछे छोड़ दिया है. 
#MindItBoss, बी4यू कड़क द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चलाया जा रहा एक कम्पैन है, जो पूरी तरह साउथ सिनेमा को समर्पित है, जहां साउथ एक्टर के डॉयलोग्स, डांस मूव्स, और भी बहुत कुछ चीज़ो के बारे में आपको जानने का मौका मिलेगा. बी4यू कड़क ने एक बहुत अच्छा कैम्पेन चलाया है जिसके जरिये साउथ सिनेमा को एक नई झलक मिलेगी. साथ ही दर्शको को साउथ एक्टर को जानने का मौका मिलेगा. साउथ सिनेमा और उसके बारे में जानने के लिए आप  बी4यू कड़क के सोशल मीडिया पेज पर जाकर देख सकते है.


सोनी सब का ‘अलादीन-नाम तो सुना होगा’ में जफ़र का अंत आ चुका हैl

 


 


बगदाद में आखिरकार राहत के संकेत मिले हैं क्योंाकि जफ़र (आमिर दल्वी ) का सच सबके सामने आ चुका है। अलादीन (सिद्धार्थ निगम) और जिनू (राशूल टंडन) के आखिरकार अपने परिवार से मिलने के साथ, हर किसी के बीच खुशियों की लहर है। लेकिन सबकुछ ठीक नहीं है, क्यों कि नई शैतान मल्लिका के साथ अलादीन की जिंदगी में एक और ज्वा लामुखी फूटने वाला है। मल्लिका उसके जीवन में एक नई चुनौती खड़ी करने को तैयार है। 


अम्मीी (स्मिता बंसल) जफ़र को मारने की बजाय उसे आजीवन कैद में रखने की सलाह देती है, उसकी बहन जहर, जफ़र को आजाद कराने के अपने मकसद में कामयाब हो जाती है और पारा हासिल कर लेती है। इसकी वजह से मल्लिका को जिंदगी मिल जायेगी। उनका मकसद है कि वह पारा को ज्वाैलामुखी में डाल देंगे, जिससे अंत में मल्लिका के आने का रास्ताे खुल जायेगा। इसी बीच, अलादीन और उसके साथियों को जब जफ़र और जहर की अगली चाल का पता चलता है तो वह उन्हेंख रोकने के लिये उनके पीछे भागते हैं ताकि भारी तबाही ना हो। 


भाग-भागकर परेशान हो चुका जफ़र, अपने हाथों में पारा लेकर ज्वाालामुखी में कूदने का फैसला करता है। हर किसी के लिये यह बुरे सपने की तरह होने वाला है क्योंेकि मल्लिका के लिये आखिरकार द्वार खुल चुका है। 


एक शैतानी ताकत जफ़र मार चुका है, लेकिन वहीं दूसरी ताकत बगदाद में तबाही मचाने के लिये आने वाली है। 


जफ़र की भूमिका निभा रहे आमिर दल्वीो ने कहा, ‘’जफ़र की आखिरकार मौत हो चुकी है और अलादीन और उसका परिवार जीत का जश्नि मना रहा है। इस बारे में उन्हें  बिलकुल भी पता नहीं है कि जिस तूफान को उन्होंाने रोकने की कोशिश की थी वह उनकी जिंदगी में दाखिल होने वाला है। एक शक्तिशाली खलनायिका मल्लिका आ चुकी है और वह किसी को नहीं छोड़ेगी। जफ़र का किरदार मेरे लिये काफी खास रहा है, लेकिन अब यह अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुका है। जफ़र का किरदार निभाने में मुझे बहुत मजा आया और दर्शकों ने इस किरदार को जितना प्यापर दिया उससे मैं बहुत ही खुश हूं, भले ही वह एक नेगेटिव किरदार था।‘’ 


बने रहिये, ‘अलादीन- नाम तो सुना होगा’, के साथ हर सोमवार से शुक्रवार, रात 9 बजे केवल सोनी सब पर


एसीसी की निर्माण सलाहकार पहल के जरिये हजारों राजमिस्त्रियों, ठेकेदारों और घर बनाने वालों को प्रदान की गई तकनीकी सहायता

 एसीसी ने अपनी निर्माण सलाहकार पहल के तहत घर बनाने वालों, राजमिस्त्रियों और ठेकेदारों को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया एक महत्वपूर्ण कदम • ए...