Tuesday, June 30, 2020

सोनी सब का ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ नये एपिसोड और नई एंट्रीज के साथ वापस लौट रहा है


सोनी सब के शोज़ के फैन्‍स के लिये अब शानदार समय आने वाला है क्‍योंकि सारे शोज़ की शूटिंग शुरू हो चुकी है और जल्‍द ही उनके नये एपिसोड आने वाले हैं। सोनी सब का हल्‍का-फुलका फैमिली एंटरटेनर ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ के भी नये एपिसोड की शूटिंग शुरू हो चुकी हैं, लेकिन नई दिलचस्‍प कहानी के साथ। 


 


आलिया और तारा के जीवन में एक नया अध्‍याय शुरू होने वाला है। वहीं, इस शो में छवि पाण्‍डे और नीलू कोहली क्रमश: तारा और सौदामिनी के रूप में नज़र आयेंगी। ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ शो आगरा में ‘ज्ञानसरोवर स्‍कूल’ में काम करने वाले टीचर्स, आलिया (अनुषा मिश्रा) आलोक (हर्षद अरोड़ा) और तारा के इर्द-गिर्द घूमता है। 



आलिया और तारा के जीवन में एक बड़ा ही नाटकीय मोड़ आने वाला है क्‍योंकि वे दोनों अपनी-अपनी प्रोफेशनल जिंदगी में नयी जिम्‍मेदारियां उठाने की तैयारी कर रही है। एक ही स्‍कूल में टीचर होने की वजह से आलिया और तारा के बीच वाइस-प्रिंसिपल की कुर्सी के लिये लड़ाई हो रही है। लेकिन, नई प्रिंसिपल, सौदामिनी के नेतृत्‍व में यह स्‍कूल दो हिस्‍सों में बंटने वाला है- हिन्‍दी मीडियम और अंग्रेजी मीडियम। नीलू कोहली, अभिनीत सौदामिनी एक सख्‍त प्रिंसिपल है। वह वही करती है जो बिजनेस के लिये सबसे बेहतर होता है। चूंकि, स्‍कूल दो हिस्‍सों में बंट चुका है, आलिया हिन्‍दी-मीडियम सेक्‍शन की वाइस-प्रिंसिपल है और अब तारा की भूमिका निभा रहीं, छवि पाण्‍डे अंग्रेजी-मीडियम सेक्‍शन की वाइस-प्रिंसिपल है। 


 


इस शो के कलाकारों में नये जुड़ने वालों में सिर्फ छवि और नीलू ही नहीं हैं। इस बंटवारे से, कहानी में नये टीचर्स भी शामिल होंगे। बेहद खूबसूरत शाइनी दीक्षित, काव्‍या क्लिंटन का किरदार निभायेंगी, जोकि फ्रेंच और हिस्‍ट्री की टीचर है। वह लंदन से है, क्‍योंकि उसके पिता ब्रिटिश हैं और मां भारतीय है। उसने यूके से ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी की है और वह भारतीय कल्‍चर को सीखने हिन्‍दुस्‍तान आयी है। कहानी में ग्‍लैमर का तड़का लगाने के लिये शामिल हो रही हैं आर्विका गुप्‍ता, जोकि मैथ्‍स टीचर की भूमिका में हैं- ‘वाई’ यानी याशिका गुप्‍ता। उसे अपना असली नाम पसंद नहीं और इसलिये वह ‘वाई’ कहलाना पसंद करती है। ‘वाई’ एक मिडिल-क्‍लास परिवार में जन्‍मी है, लेकिन उसे इस बात पर बहुत ही शर्म महसूस होती है। इसलिये वह उच्‍च वर्ग के लोगों की तरह अपना रहन-सहन दिखाना पसंद करती है। 



तारा की भूमिका निभा रहीं, छवि पाण्‍डे कहती हैं, ‘’मैं ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ में तारा के रूप में आने के लिये काफी उत्‍सुक हूं। शूटिंग के बीच काफी लंबा अंतराल हो चुका है और मुझे उसकी बड़ी याद आ रही थी। यह मेरे लिये नई शुरुआत की तरह है, क्‍योंकि मैं इस मुश्किल समय के बाद एक नये शो में काम करने वाली हूं और मुझे पूरा विश्‍वास है कि सभी कलाकारों के साथ काम करना मजेदार होने वाला है। तारा का किरदार काफी सौम्‍य है और अब वह स्‍कूल के अंग्रेजी मीडियम सेक्‍शन की वाइस-प्रिंसिपल होने वाली है। इ‍सलिये, मैं वाकई इस किरदार को निभाने के लिये काफी उत्‍सुक हो रही हूं और उम्‍मीद करती हूं कि दर्शकों को भी मजा आयेगा।‘’ 


 


सौदामिनी का किरदार निभा रहीं, नीलू कोहली कहती हैं, “सौदामिनी ने नयी प्रिंसिपल के रूप में स्‍कूल जॉइन किया है और जैसे ही वह स्‍कूल में आयी उसने उसे दो हिस्‍सों में बांट दिया। सौदामिनी के आने से काफी सारा बदलाव होने वाला है और यह निश्विचत रूप से दर्शकों को पसंद आयेगा। यह वाकई बहुत दमदार किरदार है। सौदामिनी नियम बनाती है, वह एक लीडर की तरह है और बिजनेस की समझ रखने वाली महिला है। मुझे इस किरदार को निभाने का बेसब्री से इंतजार है। मुझे उम्‍मीद है कि यह परदे पर भी काफी अच्‍छा नज़र आयेगा।‘’ 


 


और अधिक जानने के लिये, बने रहिये ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ के साथ, क्‍योंकि यह अपने नये एपिसोड के साथ हाजिर होने वाला है, सिर्फ सोनी सब परसोनी सब के शोज़ के फैन्‍स के लिये अब शानदार समय आने वाला है क्‍योंकि सारे शोज़ की शूटिंग शुरू हो चुकी है और जल्‍द ही उनके नये एपिसोड आने वाले हैं। सोनी सब का हल्‍का-फुलका फैमिली एंटरटेनर ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ के भी नये एपिसोड की शूटिंग शुरू हो चुकी हैं, लेकिन नई दिलचस्‍प कहानी के साथ। 


 


आलिया और तारा के जीवन में एक नया अध्‍याय शुरू होने वाला है। वहीं, इस शो में छवि पाण्‍डे और नीलू कोहली क्रमश: तारा और सौदामिनी के रूप में नज़र आयेंगी। ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ शो आगरा में ‘ज्ञानसरोवर स्‍कूल’ में काम करने वाले टीचर्स, आलिया (अनुषा मिश्रा) आलोक (हर्षद अरोड़ा) और तारा के इर्द-गिर्द घूमता है। 


 


आलिया और तारा के जीवन में एक बड़ा ही नाटकीय मोड़ आने वाला है क्‍योंकि वे दोनों अपनी-अपनी प्रोफेशनल जिंदगी में नयी जिम्‍मेदारियां उठाने की तैयारी कर रही है। एक ही स्‍कूल में टीचर होने की वजह से आलिया और तारा के बीच वाइस-प्रिंसिपल की कुर्सी के लिये लड़ाई हो रही है। लेकिन, नई प्रिंसिपल, सौदामिनी के नेतृत्‍व में यह स्‍कूल दो हिस्‍सों में बंटने वाला है- हिन्‍दी मीडियम और अंग्रेजी मीडियम। नीलू कोहली, अभिनीत सौदामिनी एक सख्‍त प्रिंसिपल है। वह वही करती है जो बिजनेस के लिये सबसे बेहतर होता है। चूंकि, स्‍कूल दो हिस्‍सों में बंट चुका है, आलिया हिन्‍दी-मीडियम सेक्‍शन की वाइस-प्रिंसिपल है और अब तारा की भूमिका निभा रहीं, छवि पाण्‍डे अंग्रेजी-मीडियम सेक्‍शन की वाइस-प्रिंसिपल है। 


 


इस शो के कलाकारों में नये जुड़ने वालों में सिर्फ छवि और नीलू ही नहीं हैं। इस बंटवारे से, कहानी में नये टीचर्स भी शामिल होंगे। बेहद खूबसूरत शाइनी दीक्षित, काव्‍या क्लिंटन का किरदार निभायेंगी, जोकि फ्रेंच और हिस्‍ट्री की टीचर है। वह लंदन से है, क्‍योंकि उसके पिता ब्रिटिश हैं और मां भारतीय है। उसने यूके से ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी की है और वह भारतीय कल्‍चर को सीखने हिन्‍दुस्‍तान आयी है। कहानी में ग्‍लैमर का तड़का लगाने के लिये शामिल हो रही हैं आर्विका गुप्‍ता, जोकि मैथ्‍स टीचर की भूमिका में हैं- ‘वाई’ यानी याशिका गुप्‍ता। उसे अपना असली नाम पसंद नहीं और इसलिये वह ‘वाई’ कहलाना पसंद करती है। ‘वाई’ एक मिडिल-क्‍लास परिवार में जन्‍मी है, लेकिन उसे इस बात पर बहुत ही शर्म महसूस होती है। इसलिये वह उच्‍च वर्ग के लोगों की तरह अपना रहन-सहन दिखाना पसंद करती है। 


 


तारा की भूमिका निभा रहीं, छवि पाण्‍डे कहती हैं, ‘’मैं ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ में तारा के रूप में आने के लिये काफी उत्‍सुक हूं। शूटिंग के बीच काफी लंबा अंतराल हो चुका है और मुझे उसकी बड़ी याद आ रही थी। यह मेरे लिये नई शुरुआत की तरह है, क्‍योंकि मैं इस मुश्किल समय के बाद एक नये शो में काम करने वाली हूं और मुझे पूरा विश्‍वास है कि सभी कलाकारों के साथ काम करना मजेदार होने वाला है। तारा का किरदार काफी सौम्‍य है और अब वह स्‍कूल के अंग्रेजी मीडियम सेक्‍शन की वाइस-प्रिंसिपल होने वाली है। इ‍सलिये, मैं वाकई इस किरदार को निभाने के लिये काफी उत्‍सुक हो रही हूं और उम्‍मीद करती हूं कि दर्शकों को भी मजा आयेगा।‘’ 


 


सौदामिनी का किरदार निभा रहीं, नीलू कोहली कहती हैं, “सौदामिनी ने नयी प्रिंसिपल के रूप में स्‍कूल जॉइन किया है और जैसे ही वह स्‍कूल में आयी उसने उसे दो हिस्‍सों में बांट दिया। सौदामिनी के आने से काफी सारा बदलाव होने वाला है और यह निश्विचत रूप से दर्शकों को पसंद आयेगा। यह वाकई बहुत दमदार किरदार है। सौदामिनी नियम बनाती है, वह एक लीडर की तरह है और बिजनेस की समझ रखने वाली महिला है। मुझे इस किरदार को निभाने का बेसब्री से इंतजार है। मुझे उम्‍मीद है कि यह परदे पर भी काफी अच्‍छा नज़र आयेगा।‘’ 


 


और अधिक जानने के लिये, बने रहिये ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ के साथ, क्‍योंकि यह अपने नये एपिसोड के साथ हाजिर होने वाला है, सिर्फ सोनी सब पर


Nestor Dias, Lesly Rebello & Kapil Hoble extend FC Goa Dev team contracts

~ The Gaurs confirm new deals for youth team trio ~



Goa, June 30, 2020: FC Goa is delighted to announce that Developmental Team stars Nestor Dias, Lesly Rebello and Kapil Hoble have all committed their futures to the Club.


 


Nestor Dias and Kapil Hoble have both signed new deals that will keep them at the club till 2022, while Lesly Rebello’s contract has been extended till 2023.


 


The three Goans have played an important part of the youth setup in the past few years and are expected to be an integral part of the Dev team in the coming season. Lesly Rebello helped the Gaurs lift the GFA U-20 Championship, while Kapil Hoble and Nestor Dias both led the charge for the Club’s Goa Professional League and Police Cup triumphs in 2019.


 


“I feel very happy to sign this contract,” explained Nestor after signing a fresh deal.


 


“This is a new challenge for me and I want to work very hard and prove myself.”


 


Kapil Hoble was equally pleased to pledge his future to the Gaurs.


 


“This is a great day for me and my family, and I want to repay the faith that FC Goa has shown in me by working hard and improving further. For me it's the validation of my efforts and motivates me to do more for the team,” Kapil said.


 


“I’m delighted to stay at FC Goa,” exclaimed Lesly.


 


“I want to thank the club for giving me the opportunity to continue playing here and fulfill my dreams to one day make it to the first team.”


 


FC Goa Director of Football, Ravi Puskur also stated his happiness at the trio extending their contracts.


 


"We are pleased to extend the contracts of Nestor, Kapil & Lesly. All 3 of them have shown great promise over the past two seasons and we're sure that they'll continue to make progress with us. We have high hopes for them and are gearing them up to push themselves for a role in the First Team.


 


All three players had offers from various other clubs but their commitment to FC Goa shows that our players are also believing in the work we do in developing players and their strong affiliation to the Club. We hope they can continue their good performances and become first team regulars in the future.”


 


Over the past couple of years, the Gaurs have laid huge emphasis on youth development. FC Goa is one of the few Clubs that has a complete ecosystem with its teams competing at the U-14, U-16 and U-18 levels, along with the developmental team. It is a testament to the strength of the Developmental team that 7 players have been promoted to the first team in the past couple of seasons.


 


About FC Goa


 


FC Goa is a professional football club based out of Goa that competes in the Indian Super League (ISL) and is the current holder of the Super Cup. Nicknamed the Gaurs, FC Goa has been one of the most consistent teams in the ISL - reaching 3 semi-finals and 2 finals in 6 seasons.


 


In Season 2019/20, the club won the Hero ISL League Winners Shield, by finishing top of the table in the league stages and became the first ever club from India to qualify for the group stages of the AFC Champions League. The Gaurs are also the only ISL side to win more than 50 games and score more than 200 goals.


 


Co-owned by Mr Jaydev Mody, Mr Akshay Tandon and Mr Virat Kohli, FC Goa is one of few Indian Clubs to have a complete youth development ecosystem. It’s U14, U16, U18 and Developmental Teams compete at the highest levels in Goa and nationally. The system has produced recognizable talents like Saviour Gama, Princeton Rebello and many more. The Gaurs are also the current Champions of the Goa Professional League, GFA U20 & GFA U18 Leagues.


 


For media-related queries please contact:


MyGovIndia Goes Live on ShareChat Amidst India’s ‘Vocal for Local’ Demand

Will help to engage with its 60 million active users across 15 Indian languages



India; June 30, 2020: ShareChat, the Indian social media platform, today welcomes MyGov India, an initiative by Government of India for citizen engagement, on its platform. With this development, MyGov India will be able to connect and engage with over 60 million active users in 15 Indian languages. on the platform. 


 


With the Indian government putting a ban on 59 Chinese internet platforms on Monday owing to serious national security, privacy and other risks, the announcement on MyGovIndia joining ShareChat makes immense significance.


 


 


Berges Y Malu, Director - Public Policy, ShareChat said, “ShareChat is silently leading a social media revolution with a strong focus on regional outreach keeping its Bharat connect pristine. Over the years, we have worked on addressing our complex regional diversity and scaled up to more than 60 million active users. We have made this possible with our content diversity across 25+ categories that connects culturally with every user on the platform. MyGovIndia’s presence reaffirms our connect with the Indian culture and ethos and inspires us to stay committed towards our regional and language-first internet users”


 


Speaking on the ban of 59 Chinese apps, he said, “We welcome the move from the government against platforms that have had serious privacy, cyber security and national security risks. We expect the government to continue their support for the Indian startup ecosystem”


 


 


In April 2020, ShareChat has helped in promoting Aarogya Setu extensively on the platform, and contributed INR 50 million worth of ad-credits in spreading awareness around Aarogya Setu


ShareChat was built with a vision to provide a comfortable digital space not only for the language-first internet users, but also for every first-time internet user. The platform enables every user to share their thoughts, emotions, opinions; and become friends with others without any language barrier. Spearheading India's internet revolution, ShareChat is changing the way in which the next billion users will interact on the internet. With over 1 billion monthly Whatsapp shares, today users spend more than 25 minutes daily on the platform.


 


 


About ShareChat


ShareChat is India’s largest Indic language social media platform that allows users to share their opinions, record their lives and make new friends - all within the comfort of their native language. Spearheading India's internet revolution, ShareChat is changing the way in which the next billion users will interact on the internet. For more information, download ShareChat app from Play Store or visit https://we.sharechat.com


Monday, June 29, 2020

वर्धन पुरी ने एक प्रेरक संदेश शेयर करते हुए 'द ग्रेट डिक्टेटर ’ से चार्ली चैपलिन के किरदार को प्रदर्शित करते हुए खुद का एक वीडियो शेयर किया।वर्धन पुरी ने एक प्रेरक संदेश शेयर करते हुए 'द ग्रेट डिक्टेटर ’ से चार्ली चैपलिन के किरदार को प्रदर्शित करते हुए खुद का एक वीडियो शेयर किया।


इस वक्त हम दुनिया के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं , इस समय तनाव बहुत अधिक है और भविष्य किसी को नज़र नहीं आ रहा है। कभी-कभी हमारे पास खुद को अभिव्यक्त करने के लिए एकमात्र कला का माध्यम ही विकल्प होता है, और ठीक यही वर्धन पुरी ने किया उभरते हुए स्टार ने फिल्म 'द ग्रेट डिक्टेटर' से चार्ली चैपलिन के एक दृश्य पर पुन: एक्ट करते हुए खुद का एक वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया।


वर्धन ने अपने वीडियो में अडोल्फ हिटलर पर आधारित चैपलिन के चरित्र, एडेनोइड हेन्काइल के चरित्र का वर्णन किया। वर्धन ने इस वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया "दुनिया और दुनिया के लोगों को पहले से अब कहीं ज्यादा इसे सुनने की जरूरत है। यह प्रासंगिक है। यह जरूरी है।"


आपके लिए चैप्लिन के 'द ग्रेट डिक्टेटर' (1940) से मेरा एक एक्ट प्रस्तुत किया, जिसमें महापुरुष ने हेनकिल नाम का एक किरदार निभाया था, जो एडोल्फ हिटलर के ऊपर तैयार किया गया था। '' वर्धन का वीडियो सोशल मीडिया पर एक जरजस्त हिट था। उनके फेन्स और दोस्तों ने वास्तव में उनके द्वारा किये गए एक्ट और संदेश की सराहना की, साथ ही उनके अभिनय की तारीफ़ भी की। वीडियो इतना अच्छा अनुस्मारक था कि हम सभी एक साथ मंत्र मुग्ध हैं और अगर हमें इन कठिन समय से गुजरना है, तो हमें एकजुट होने की जरूरत है। वर्धन ने वीडियो में अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन किया और अपनी स्क्रीन उपस्थिति से सभी को प्रभावित किया. वर्धन चरित्र के किरदार में बहुत ही अच्छी तरह से फिट हुए है। उन्होंने परफेक्ट टाइमइंग के साथ किरदार के उच्चारण को भी पूरा किया। वर्धन ने वास्तव में भूमिका के सार को पकड़ लिया और हेनकाइल के किरदार को इतना अद्भुत प्रदर्शित किया कि सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। इस वीडियो ने वास्तव में सभी की अंतरात्मा को छुआ क्योंकि इसका संवाद बहुत शक्तिशाली है, और ओरिजनल फिल्म के रिलीज़ होने के 80 साल बाद भी यह दृश्य कितना अविश्वसनीय रूप से प्रासंगिक है।


वर्धन जैसे अभिनेता फिल्म इंडस्ट्री के भविष्य हैं और हमने अब तक जो कुछ भी देखा है, उससे इनका भविष्य उज्ज्वल दिखता है। हम बहुत खुश हैं कि वर्धन जैसे कलाकार अपनी कला का उपयोग अपने प्रशंसकों को उत्साहित करने और उन्हें सूचित करने के लिए कर रहे हैं। वर्धन को आखिरी बार उनकी पहली फिल्म ये साली आशिकी में देखा गया था और हम यह देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकते कि उनके पास हमारे लिए और क्या है।


सोनू निगम बनाम भूषण कुमार: दिव्या खोसला कुमार ने अपने नए वीडियो में सिंगर पर 5 गंभीर आरोप लगाए


दिव्या खोसला कुमार ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने गायक सोनू निगम पर कुछ गंभीर आरोप लगाए है.


दिव्या खोसला कुमार का वीडियो जिसमे वह टी-सीरीज़ पर सोनू निगम द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दें रही है, इन दिनों इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। भूषण कुमार की पत्नी दिव्या ने वीडियो में सोनू निगम पर कई आरोप लगाए, जिनमे से कुछ काफी गंभीर थे।


1. "टी-सीरीज़ 80% लोगों को अवसर देती है। तुमने क्या किया है ?'


दिव्या खोसला कुमार ने सोनू निगम से सवाल किया और कहा कि जब उनके पति भूषण कुमार का संगीत लेबल टी-सीरीज़ "100% लोगों को अवसर देने की कोशिश करता है, लेकिन केवल 80% लोगों को ही अवसर दे पाता है, गायक ने क्या किया है?" उन्होंने सोनू से पूछा कि क्या उसने किसी अन्य गायक को मौका दिया है और फिर जवाब दिया "नहीं"।


2. 'सोनू निगम टी-सीरीज़ को निचे गिराने की कोशिश कर रहे हैं'


आरोप लगाते हुए दिव्या ने कहा कि जब भूषण कुमार की उम्र बहुत कम थी तब आप टी-सीरीज को छोड़कर दूसरे म्यूजिक लेबल के पास गए. दिव्या खोसला कुमार ने कहा कि वीडियो टी-सीरीज की साख को जमीन पर लाने का गायक का एक प्रयास है।


3. 'सोनू निगम अबू सलेम से जुड़े हुए है'


दिव्या खोसला कुमार के सबसे गंभीर आरोपों में से एक था - सोनू निगम गैंगस्टर अबू सलेम के साथ जुड़े हुए है, अबू सलेम जो इस वक्त मुंबई में जेल की सजा काट रहा है।


4. 'सोनू निगम के वीडियो की बदौलत मुझे और मेरे परिवार को गायकों से भी मारने और बलात्कार की धमकी मिली है' –


दिव्या खोसला कुमार ने वीडियो में कहा कि सोनू निगम द्वारा टी-सीरीज़ और भूषण कुमार पर संगीत माफिया होने का आरोप लगाने के बाद, परिवार के लोगों को बलात्कार और जान से मारने की धमकी मिल रही थी। उन्होंने कहा कि सोनू निगम द्वारा उनके वीडियो शेयर करने के बाद आकांक्षी गायक उन्हें कॉल कर रहे हैं और उनसे नौकरी या फिरौती मांग रहे हैं।


5. मुझे याद है कि आपकी पत्नी ने आप पर सार्वजनिक रूप से कैसे आरोप लगाए थे? '


दिव्या खोसला कुमार ने अपने तरीके से सोनू निगम से एक सवाल पूछ कर वीडियो को खत्म कर दिया। उन्होंने पूछा कि क्या गायक को याद है कि कैसे उसकी पत्नी ने सार्वजनिक रूप से उन पर आरोप लगाए थे।


कोरोना योद्धाओं का अपने कर्म के प्रति कर्मठता तस्वीरों में बयां।


कोरोना के महाअभियान में जो डोर टू डोर सैंपलिंग में इतना भी समय नहीं मिल पा रहा है डॉ विपिन तिवारी और डॉ अतुल गौर को कि वो सुकून से खाना भी खा सके वो सैंपलिंग में जाते समय ही गाड़ी में ही खाना खा रहे है देश सेवा में इतना लीन है और अपना फर्ज समझ कर लगातार कार्य में लगे हुए है


Cyient launches IDEAthon initiative at the CII Education Summit 2020 for the Start-ups in India

Hyderabad, June 29th, 2020: Cyient, a leading digital technology and engineering solutions provider, today launched ‘IDEAthon’ for the start-ups on the theme of “EMPOWERING TOMORROW TOGETHER” through education.


 


The participants of IDEAthon will have to share a creative idea using virtual reality technology to develop learning solutions focused on the theme "Redefining Education for the Emerging World. The entries close on July 2nd and the winners will be announced on July 4.


 


Speaking on the initiative, Mr. Karthikeyan Natarajan, President and COO, Cyient said, “The IDEAthon is a step toward creating an environment conducive to generating new ideas, innovation, and breakthroughs for equality in education.”


 


How to Participate in Cyient IDEAthon:


 


• Work with your start-up team to identify a problem faced in education and examine how it can be improved or solved using an immersive, virtual reality experience.


• IDEAthon participants will have to conceptualize and storyboard the IDEA and submit a presentation. A team of technology and business experts from Cyient will act as jury to pick the winning idea for the IDEAthon.


• Once submitted, tweet your submission status to @Cyient and @cii4education with hashtags #EmpoweringTomorrowTogether and #CII4Education.


 


IDEA submission format:


 


Create a maximum 3-slide storyboard presentation that includes the following elements:


• Clear problem statement


• Vision for improved learning outcome


• A clear description of the desired virtual environment you want to create or simulate. Feel free to use images, examples, or drawings. Help us to see, hear, and experience your vision!


• A detailed explanation of the user walkthrough. What experience do you envision for the learner? What tools or equipment would they have access to? Would they work collaboratively or independently? What emotions are you trying to elicit as part of the learning (sight, sound, caution, surprise, celebration, etc.)? What steps, processes, or gamification ideas can the VR application guide them through to ensure the learning is effective? Most importantly, how will your VR application make a lasting impression on the learner for improved retention and outcomes?


 


The Winners will get to work with Cyient’s virtual reality experts to develop their concept into a virtual reality demonstration.


PFRDA introduces OTP based authentication for paperless NPS on boarding

Pension Fund Regulatory and Development Authority (PFRDA) is mandated to promote old age income security i.e. pension in India and to protect the interests of subscribers of pension systems and schemes. As part of its developmental mandate and to increase the outreach of National Pension System (NPS), PFRDA has taken series of steps to ensure ease of NPS on boarding through various convenient modes. 


 


In its endeavor to provide digital solutions, PFRDA has already enabled opening of online NPS Account in a paperless manner through e- signature. In order to further facilitate ease of NPS Account opening, the subscribers are now permitted to open their NPS account through One Time Password (OTP) also.


In this process, the customers of banks (registered as POPs- Points of Presence), who wish to open NPS Account through internet banking of the respective banks, can open NPS Accounts using OTP received on their registered mobile number.  


However, for opening of NPS Accounts through non internet banking digital mode, through POPs (Banks as well as Non - Bank POPs), OTP received on their registered mobile number and email can be used for paperless NPS Account opening.


Post completion of KYC, POPs have to submit the NPS Subscriber's data/information to Central Record Keeping Agencies (CRAs) along with his photo and image of signature with an undertaking that the KYC/AML guidelines/rules have been duly complied with. 


POPs and CRAs have been advised by PFRDA to provide the required functionality of OTP based authentication. This process would ensure seamless account opening, end to end digitization and optimizing of investment returns by deposit of contributions in a faster way.


 


PFRDA administers more than 3.60 crore subscribers under National Pension System with an aggregate Asset under Management (AUM) of more than Rs. 4.55 lac crore. Out of total subscribers, 2.25 crore subscribers are under Atal Pension Yojana (APY)


Western Digital Introduces a 1 TB Pendrive for USB Type-C Smartphones in India

The beautifully designed with a classy metal body,SanDisk Ultra Dual Drive Luxe USB Type-C will change the game for moving content among devices



New Delhi, June 29, 2020 – Western Digital Corp. (NASDAQ: WDC) has introduced a 1TB*Pendrive for Mobile, the SanDisk Ultra®️ Dual Drive Luxe USB Type-C™️. This all-metal, stylish and high capacity storage solution is built to empower consumers to capture more photos and videos, and create more content, as well as easily and nimbly transfer content between USB Type-C smartphones, tablets, and laptop computers.1This high-performance USB 3.1 Gen 1 drive offers a read speed of up to 150 MB/s.2 


Speaking about the announcement, Khalid Wani, Director, Channel Sales, Western Digital, said, “Our customers want innovative solutions that are easy to use and are the right fit for their lifestyles. Therefore, we are excited to introduce our all-metal SanDisk Ultra®️ Dual Drive Luxe USB Type-C, which comes in up to 1 TB of storage capacity. It offers customers the freedom to create and store more photos and videos, and transfer content easily from their smartphones to other devices. Also, it sports a classy design that you would want to carry it with you. ”


 


Jaganathan Chelliah, Director, Marketing, Western Digital, said, “More than 40% of the smartphones today have a USB Type-C interface that enables faster transfer of data. So, we are adding a new USB Type-C mobile pendrive to our SanDisk Ultra®️Dual Drive portfolio.The SanDisk Ultra®️ Dual Drive Luxe USB Type-C™️ is a 2-in-1 high-quality metal flash drive that offers huge storage to take it on the go and live the digital lifestyle to the fullest. This addition further strengthens our SanDisk Ultra®️ Dual Drive portfolio, underlining Western Digital’s commitment to providing innovative products to consumers in the country.”


 


SanDisk Ultra®️ Dual Drive Luxe USB Type-C comes with a user-friendly swivel design and stylish metal body providing protection to the connectors.It enables consumers to use it for prolonged periods and seamlessly transfer and view content on their smartphones, tablets,Mac devices, smart TVs and computers.1Available in capacity options of 32 GB*, 64 GB, 128 GB, 256 GB, 512 GB, and 1 TB, it offers flexible storage choices to consumers on the go.The huge capacity option of up to 1TB allows consumers to store and easily move content without having to deal with frustrating choices of categorizing their data as important and not-so-important.


The SanDisk Ultra®️ Dual Drive Luxe USB Type-C™️ Pendrive comes preloaded with the SanDisk Memory Zone™️ app3, a powerful content management tool. Once installed on the smartphone, the app helps organize content from different devices, whether it's on the phone, a micro SD™️ card, or on the cloud, in one view. It also backs up photos, videos, contacts, and social media accounts.


The SanDisk Ultra®️ Dual Drive Luxe USB Type-C™️is available at Amazon starting July 4, 2020. It will soon be available at other leading e-tailers and retailers in the country. It is being introduced at INR 849 for 32 GB version and INR 13529 for 1 TB version. 


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Saturday, June 27, 2020

सोनल चौहान और अर्जुन कानूनगो दोनों सितारे म्यूजिक वीडियो 'फुर्सत है आज भी' के लिए एक बार फ़िर साथ आए.


सोनल चौहान ने इस लॉकडाउन के दौरान अपने आप को बिजी रखा है. इस खूबसूरत अभिनेत्री ने विभिन्न हॉबी और एक्टिविटीज को अपनाकर घर पर अपना अधिकांश समय बिताया है. जिनमे से स्केचिंग, बेकिंग और अपनी बहन के साथ होम फोटोशूट करना आदि शामिल है। उन्होंने एक बार फिर एक प्यारे सिंगल के लिए गायक अर्जुन कानूनगो के साथ टीम बनाकर अपने प्रशंसकों को आश्चर्यचकित किया है, इस सिंगल वीडियो को पूरी तरह से घर पर शूट किया गया है।


दर्शकों से बहुत सारा प्यार पाने के बाद, अर्जुन और सोनल एक बार फिर म्यूजिक वीडियो 'फुर्सत है आज भी' के जरिए हमें अपनी केमिस्ट्री दिखाने आ रहे है। इस वीडियो के सभी दृश्यों को पूरी तरह से घर पर एक आईफ़ोन पर फिल्माया गया है, जिसे दूर रहते हुए केयूर शाह द्वारा निर्देशित किया गया है। वीडियो एक कपल की जटिल यात्रा के बारे में बताता है और संघर्ष के बारे में बताता है जिससे हर रिश्ता गुजरता है। वीडियो में अर्जुन और सोनल को ब्रेकअप के समय के दौरान एक साथ बिताए गए खूबसूरत पलों के बारे में याद करते हुए देखा गया है और दोनों यह महसूस करते हैं कि उनका एक दूसरे के साथ होना पूरी दुनिया का उनके साथ होने जैसा है।


इस म्यूजिक का वीडियो शूट करना सोनल के लिए एक पूरी तरह से अनूठा अनुभव था क्योंकि इसे पूरी तरह से लॉकडाउन के दौरान शूट किया गया था। सोनल ने अपनी बहन हिमानी की मदद से अपने पार्ट को अकेले शूट किया, जिन्होंने वीडियो के डायरेक्शन को संभाला। सोनल बोली, इस वीडियो के लिए सब कुछ सिर्फ मैंने और मेरी बहन ने किया था। बेशक, हमारे पास वीडियो कॉल पर एक निर्देशक और डीओपी थे। लेकिन मैंने और मेरी बहन ने बाकी सब चुनौतियों को अपने दम पर मैनेज किया। मैंने अपने बाल, मेकअप और स्टाइलिंग खुद ही की, मेरी बहन ने कैमरे से जुड़े सभी काम किए, उसने बाकी सब चीजों में भी काफी मदद की। यह एक बहुत ही अलग अनुभव था, इसे मैं हमेशा याद रखूंगी क्योंकि हमने इस गाने को तब शूट किया था जब पूरी दुनिया लॉकडाउन में थी। '' उनकी कड़ी मेहनत काबिले तारीफ़ है और फाइनल म्यूजिक वीडियो एक विज़ुअल ट्रीट है, जिसमें सोनल बिल्कुल आश्चर्यजनक लगती है, और उनकी अर्जुन के साथ शानदार केमिस्ट्री सोने पर सुहागा है।


 


सोनल हमेशा से एक पावरहाउस, एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री है, जिनके पास अपनी एक आकर्षक आवाज़ है, जो इस कठिन समय के दौरान एक महान मार्गदर्शक रही है; वह अपने प्रशंसकों को घर में रहने और उन्हें कोविड-19 और हमारी वर्तमान स्थिति से अवगत कराने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। सोनल अपने हंसमुख और संवादात्मक पोस्ट से अपने प्रशंसकों को एंटरटेन और खुश रख रही है। फिल्म और म्यूजिक हमें इस कठिन समय के दौरान बिजी रखने और बाहर निकलने में मदद कर रहे हैं और हम बहुत खुश हैं कि सोनल जैसे कलाकार अपने दर्शकों का मनोरंजन करने और उन्हें उत्साहित करने के नए तरीके ढूंढ रहे हैं।


MIT World Peace University’s International virtual conference pledges to combat the threat of Bio / Chemical warfare

• Proposes to submit a legal framework to the United Nations and the Prime Minister’s office to address the issue 


• Pushes for the strengthening of institutions of global importance


• Documents views and recommendations of scholars for Public interest and policy-making for ensuring a safe and sustainable future 


 


India, June 26, 2020 – The threat of biological warfare and bioterrorism is a burning issue worldwide, especially when the entire globe is fighting against COVID-19 pandemic. There have been multiple speculations which have been raised regarding the origin of the virus, some claiming it to be a trigger for biological warfare. The current escalating border tensions between our country and China, the volatile relationship with other neighbouring countries, increased threat of terrorism, calls for an urgent need to evaluate the threat posed by bio/chemical weapons. The two important bodies BWC and BWCO (Biological Weapons Convention and Organisation) which are responsible for getting rid of weapons of mass destruction, unfortunately, do not hold an authority to abolish any decision. 


To draw light on this issue MIT World Peace University, India’s premium educational institute, conducted a four day virtual International Conference on Eradication of biological and chemical weapons. The conference saw active participation from across the globe with more than 20,000 plus particpants. Through this conference, the University aimed to spread awareness and awaken the youth against bio-warfare. The conference also focussed on its end goal of establishing a legal discourse towards curbing research and development of such weapons.


Expressing his view on the current scenario, Prof. Dr. Vishwanath D. Karad - Founder President, MIT World Peace University said “The COVID-19 pandemic has created utmost disruption in our mundane lives. Many do speculate that the breakout of the virus was purposely indented to take over world supremacy. Sadly, due to some nation’s greed we humans are the ones who suffer the most. We should all take an oath to work towards peace and harmony rather than fighting against each other”.


 


Echoing his sentiments, Rahul V. Karad, Vice President – MAEER’s MIT Group, Executive President –MIT WPU, founder – BCS, MITSOG, NTC, NWP, Sarpanch Sandsad said “ We all know that COVID-19 pandemic has brought our lives to a standstill, it high time that we rethink the way the world functions. As an educational institute dedicated to the idea of world peace, we staunchly believe in working towards the eradication of biochemical weapon. Through this International conference, the agenda was to create awareness and preparedness, by bringing people from various countries together to evolve a mechanism which will help in the elimination of biowarfare.”


Speaking on the conference Dr. N T Rao, Vice chancellor, MIT-WPU said “In this International Conference various intellectual minds have come together to appeal to the United Nations 


 


 


to destroy this impending threat caused by chemical and biological weapons. At MIT WPU, believers of world peace collectively speak, deliberate and come to a conclusion and pass the resolution for the betterment of the world “.


 “We are very glad that, through this conference we were able to reach out to the youth of the nation and most importantly sensitize them towards the threat against bio-chemical weapons. With the support and participation of a host of eminent spokespeople across the globe, we’ve had successfully submitted a plea to the United Nations and the Prime Minister’s office and we stay committed towards taking this to a logical conclusion,” concludes Pravin V Patil, CEO, Centre for Industry – Academia Partnerships, MIT- WPU said


The four day-long virtual conferences, saw many eminent spokespeople/ leaders across fields deliberating, discussing and sharing their expertise on different aspects of biowarfare and havejointly contributed towards creating a legal framework. Some of the prominent personalities were Hon’ble Justice K. G. Balakrishnan - Former Chief Justice of India, Former Chairperson, National Human Rights Commission of India (NHRC), Hon’ble Dr. Rajendra Singh - Well Known Water Conservationist (Waterman of India) & Chairman, Tarun Bharat Sangh, Hon’ble G V V Sarma, , IAS, Member secretary , National disaster management authority Government of India , Hon’ble, Dr.A. Velumani - Founder, Chairman and Managing Director, Thyrocare Technologies Ltd. & Former Scientist, Bhabha Atomic Research Centre (BARC), Founder and Managing Director, Nuclear Healthcare Ltd. (NHL), Hon’ble Shri. Arif Mohammed Khan - Hon'ble Governor of Kerala, Former Cabinet Minister, Energy and Civil Aviation, Govt. of India, Hon’ble Prof. Dr. Atanu Basu - Director Grade Scientist G, ICMR-National Institute of Virology, Department of Health Research, Min of Health & FW, Govt of India & Adjunct Professor, School of Life Sciences, Indian Institute of Technology (IIT) Mandi. Hon’ble Adv. Salman Khurshid- Senior Advocat, Former Union Minister for External Affairs, Law & Justice, Minority Affairs, Government of India 


 


Key conclusions drawn from the conference:


 


• A bio-warfare attack would not only cause sickness and death in a large number of victims but would also aim to create fear, panic, and paralyzing uncertainty. 


 


• Its goal is the disruption of social and economic activity, the breakdown of government authority, and the impairment of military responses. 


 


• Eg. : “Anthrax letters” in the aftermath of the World Trade Centre attack in September 2001, and COVID19 in 2020, the occurrence of only a small number of infections can create an enormous psychological impact-everyone feels threatened and nobody knows what will happen next.


 


• The medical community, as well as the public, should become familiar with epidemiology and control measures to increase the likelihood of a calm and reasoned response if an outbreak should occur.


• For the medical community, further education focusing on recognition of this threat is both timely and necessary.


 


• Primary prevention rests on creating a strong global norm that rejects the rat race for the development of such weapons.


 


• Secondary prevention implies early detection and prompt treatment of disease. The medical community plays an important role in secondary prevention by participating in disease surveillance and reporting and thus providing the first indication of biological weapons use.


 


• Continued research to improve surveillance and the search for improved diagnostic capabilities, therapeutic agents, and effective response plans will further strengthen secondary prevention measure.


 


 


 


BharatPe Launches BharatX to Incubate and Nurture Radical Ideas

Hiring multi-disciplinary talent to find radical solutions to India’s hardest problems


 


 


New Delhi, June 27, 2020: BharatPe, India’s largest merchant payment, and lending network company, has announced the launch of BharatX, for development and experimentation of radical ideas to solve the next set of merchant and business problems with innovative product solutions. 


 


The raison d'etre for BharatX is to come up with technology-driven solutions for tomorrow’s problems. BharatX will start with building the next generation fintech solution to bring financial inclusion to over 60 million small and medium-sized businesses in India.


 


Created to incubate and nurture innovation, Bharat X will work in the fields of Artificial Intelligence, Human-Computer Interaction, Econometrics, Data Science, etc. to build new products to create differentiated merchant experiences, draw holistic solutions from cross-functional expertise and, in due course, collaborate to execute those solutions, seamlessly.


 


Mr. Ankur Jain, Chief Product Officer, BharatPe and Stanford University alumnus, said: “BharatX will truly rewire the DNA in financial services, by going beyond the current ecosystem. BharatX will create a multi-disciplinary environment that combines innovation, creativity, and technology to rapidly prototype and experiment with new ideas and business models to create and deliver the next generation of products for the ubiquitous merchants.”


 


BharatX has opened the BH1 2020 internship program as the first program and is inviting young students to get exposure to some of the hardest problems of Bharat - the real India. 


There are several students who are impacted by COVID lockdown or recent visa restrictions in the United States from Stanford, Harvard, MIT, and several others. 


 


BharatX invites them all to experience and join this revolution. There are limited spots open and the last date to apply for the internship is July 3rd, 2020. The interns will get INR 100,000 per month as a stipend. Please visit bharatpe.com/x for the details.


 


About BharatPe


BharatPe was co-founded by Ashneer Grover and Shashvat Nakrani in 2018 with the vision to make financial inclusion a reality for Indian merchants. BharatPe launched India’s first UPI interoperable QR code, first ZERO MDR payment acceptance service, first UPI payment backed merchant cash advance product, and the only P2P NBFC investment product offering merchants up to 12% interest. Currently serving over 5 million merchants across India including Bengaluru, Delhi, Hyderabad, Mumbai, Pune, Chandigarh, etc. The company has grown business 30x in 2019 and is the leader in UPI offline, processing over 400 million UPI transactions with an annualized total payment volume (TPV) of US$ 2.7 billion. The company has already disbursed more than 25,000 loans to small and medium-sized enterprises.


Wednesday, June 24, 2020

EY (Ernst & Young) helpsgenerate employment for 10,000+ women in Madhya Pradesh during COVID-19

In April, amid the pandemic, the Chief Minister of Madhya Pradesh announced the 'Jeevan Shakti Yojna' scheme for women to manufacture cotton masks as a source of income generation. EY supported this employment generation initiative by managing the entire process, which involved setting up a website and SMS facility for registrations and to communicate information on assignments.


 


· Over 10,000 women beneficiaries


 


· 10,00,000+ masks produced


 


· INR 1,08,00,000+ disbursed to the women entrepreneurs for producing the masks


 


· Order for 5 lakh masks sourced from over 25 private organizations to benefit the women working under this scheme


 


On the website’s launch day, over 1,000 women including self-help groups and NGOs registered themselves for this scheme. Now, more than 10,000 women are part of this program. Each woman has been given an order of 200 masks while our teams coordinate with officers and organizations in 376 Urban Local Bodies (ULBs) to establish a smooth flow in the selling and buying of these masks. We also ensure that payments are transferred within 24 hours to the bank accounts of women entrepreneurs.


 


"We are extremely proud to have contributed towards this initiative, which is a positive step to promote independent NGOs focused on empowering women. We have also been working to make these masks easily available to citizens," says Adil Zaidi, Partner, EY.


 


As part of this program, over 10,00,000 masks have now been produced and over 5,000 women have already received amount in their bank accounts. EY has also helped source a combined order of over 5 lakh masks from more than 25 large Indian corporates.


 


"This lockdown brought many financial difficulties for us and for our survival, however, the government has supported us by providing work. By making these masks, we have made savings that will be of great help to us during these uncertain times," says Poonam from Singhal Basti, in an interview with a local newspaper.


India’s MSME hold the key to an economic restart at the grassroots - NRI Consulting Report

• Financial Stability, Availability of Skilled Labour in MSME clusters, and Market Competitiveness of products to be the driving factors for a robust MSME sector 


• Using a cluster approach to help upgrade MSMEs to suit the changing global landscape


 


New Delhi, 15th June 2020: The outbreak of COVID-19 pandemic has drastically changed the global economic landscape. World Trade Organisation estimates that global merchandise trade will reduce by 13% to 32% in 2020 due to COVID-19 pandemic. This global phenomenon is going to make countries think about strengthening their local supply chains. 


 


With this backdrop, India has already announced its vision of ‘Atmanirbhar Bharat’ - A Self-Reliant India which will push for strengthening local industries and give them a boost to compete at a global stage. 


 


The latest report by Nomura Research Institute (NRI) Consulting & Solutions India endorses this view by stating that MSMEs can play a significant role in achieving this vision, however, a lot more needs to be done for MSMEs to become a growth driver for India. Three key parameters for the success of MSMEs are Financial Stability, Availability of Skilled Labour in MSME clusters, and Market Competitiveness of their products to both achieve import substitution as well as exports.


 


The report identifies some of the key areas that need to be focused:


 


1) Capability of Supply – It is essential to improve the capability of Indian MSMEs to supply quality products especially with new norms of operations being introduced due to COVID 19. Maintaining social distancing, running on reduced capacity, etc. would further aggravate the situation for the cash stripped MSMEs. Hence, it is imperative to provide immediate support for ensuring they keep up their capability of supply


2) Capability of demand - Indian MSMEs need to be adaptable with changing market trends. Recent global developments have also reduced the planning horizons in global supply chains making it crucial for the sector to be able to adapt to a variable demand scenario 


3) Capacity - Ensuring capacity and availability of raw materials is also crucial. The disruption in global logistics has broken the chain for some key raw materials. 


4) Cost competitiveness – The impact of COVID 19 on business operations will require innovative methods to reduce cost. MSMEs could be introduced to low-cost automation techniques which work in tandem with the human workforce while implementing distancing and also for quality control.


5) Customer perception – Branding and advocacy will also be needed to leverage the positive connotations associated with certain Indian products and assess negative connotations that can be removed 


 


Ashim Sharma, Principal & Division Head – Business Performance Improvement (Auto, Engineering & Logistics), NRI (Nomura Research Institute) Consulting & Solutions, said, “The Indian MSMEs have traditionally been catering to the domestic market either through directly selling to the consumers (B2C) or are a part of the value chain driven by large organised private players (B2B). Factors like evolving consumption and increasing competition have led to the increasing relevance of integrating customers’ voice in product design for MSMEs to stay relevant. Therefore, it becomes extremely important for the MSMEs to design, manufacture and sell products which the customers need. They need to be connected to a demand led environment, where their business strategy and processes are aligned to the changing market dynamics through a market-oriented strategy.” 


 


With the manufacturing ecosystem is constantly evolving under the influence of several trends around changing consumer behaviour and technological shifts happening across the globe, NRI Consulting & Solutions has put forward a set of recommendations. These are:


 


 


 


The report also highlighted multiple manufacturing clusters across India to help create a conducive environment for development of small and medium enterprises, as identified by the United Nations Industrial Development Organisation (UNIDO). Clusters across India hold the key for developing a self-reliant ecosystem based on local skills and expertise. The cluster approach becomes all the more important with the localised nature of lockdown opening policies. Measures for development of MSME clusters can be aligned with the strategy to fight the impact of COVID 19. “E.g. The state of Punjab has multiple MSME clusters with majority of them located around Jalandhar and Ludhiana. These MSME clusters provides an opportunity to significantly upgrade the overall manufacturing economy of the state. Jalandhar for example has clusters for sports good, agricultural implements, hand tools, leather works, etc. Similarly, Ludhiana has clusters for bicycle parts, hosiery, forging, hand and machine tools, etc. All these MSMEs, if developed in a collaborative approach while keeping a market oriented strategy, can provide significant boost to the economy as well as employment in the state of Punjab. “added Mr. Sharma


 


The report further emphasizes on the fact that clusters can also be used for identifying synergies between various stressed MSMEs which can then be used to create collaborating firms. MSMEs that cannot stand alone might be able to succeed as combined firms by utilising various synergies. These synergies can be across various areas such as demand synergies, geographic synergies, logistics synergies, etc. 


 


“Using a cluster approach will help in upgrading the MSMEs to suit the changing global landscape. Financially it might not be feasible for an individual MSME to develop all the capabilities but at the cluster level it can be achieved by sharing resources and realising cluster level synergies. A good example will be the Jalandhar cluster for sports good. Through focussed efforts, this cluster can combine resources for tracking the latest trends and demand requirements across the globe and manufacturing market-oriented products that can easily adapt to the changes in consumer preferences.” Mr. Sharma concluded.


 


 


About NRI Consulting & Solutions:


NRI (Nomura Research Institute) Consulting & Solutions is a leading global consulting firm which was established in 1965 in Japan. Today NRI has global revenues of ~ USD 4.5 billion with 69 offices in 15 countries, including all group companies and subsidiaries. NRI employs close to 13,000 people.


NRI Consulting & Solutions India was setup in 2011 and has grown exponentially over the last 8 years. NRI India now has a strength of 130+ professionals and has executed 700+ projects. NRI India has a strong thought leadership presence across industries such as automotive, infrastructure, engineering as well as functional domains such as logistics and supply chain, manufacturing, R&D, sales, marketing & aftersales and digital interventions, having worked on multiple projects with several global and domestic MNCs.


Tuesday, June 23, 2020

अरे दादा, हम तो तरस गये हैं मूंछ लगाने को!‘ यह कहना है एण्ड टीवी के हप्पू सिंह का


बेशक, योगेश त्रिपाठी उर्फ दरोगा हप्पू सिंह, भारतीय टेलीविजन के सबसे चहेते किरदारों में से एक हैं। बड़े ही शान से अपनी तोंद दिखलाते दरोगा हप्पू सिंह ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बना ली है, खासकर उनका ‘न्यौछावर कर दो’ वाला तकियाकलाम तो सबका पसंदीदा है। साथ ही पान खाने का उनका अलग अंदाज भी लोगों को खूब भाता है। लेकिन एक और चीज है जो उन्हें औरों से अलग बनाती है और वह है उनकी मूंछ! कई लोगों को उनकी मूंछों से बेइंतहा प्यार है और अक्सर उनकी तारीफ में लोग कहते हैं, ‘‘मूंछें हों तो दरोगा हप्पू सिंह जैसी हों- धारदार नुकीली मूंछे।’


अपने किरदार और अपनी नुकीली मूंछ को याद करते हुए, योगेश त्रिपाठी यानी दरोगा हप्पू सिंह कहते हैं कि उन्हें अपनी धारधार नुकीली मूंछे एक बार फिर लगाने का बेसब्री से इंतजार है!


और, यदि आपको ऐसा लगता है कि केवल हप्पू ही अपनी मूंछों का दीवाना है तो फिर आपको यह शो दोबारा जरूर देखना चाहिये! उनकी दबंग दुल्हनिया राजेश का किरदार निभा रहीं, कामना पाठक को उनकी मूंछ इतनी पसंद है कि उस पर एक गाना ही लिख डाला और हर समय उसे गाती भी रहती हैं। यह गाना कुछ इस तरह है, ‘‘सैंय्या मूंछें ना काटियो वरना मर जायेंगे हम, तेरी मूंछ के लिये तो कुछ भी कर जायेंगे हम।‘ कई बार कामना कैमरे के सामने और कैमरे के पीछे भी हप्पू की खूबसूरत मूंछ के लिये ये गाना गुनगुनाती रहती हैं। यह एक तरह का स्टेटमेंट-सा बन गया है।


इस बारे में योगेश त्रिपाठी कहते हैं, ‘‘हप्पू सिंह के रूप में खुद को दर्शकों का मनोरंजन करते हुए देखे काफी लंबा वक्त हो गया। इस बात को लेकर फैन्स जोक और वन-लाइनर भी सुना रहे हैं। इस किरदार को काफी अच्छी तरह से लिखा गया है, जैसे उसकी तोंद, तेल से चुपड़े बाल, नुकीली मूंछ, पान चबाने का अंदाज और उसका ‘न्यौछावर कर दो’ तकियाकलाम का इस्तेमाल करना। उसकी ये बातें दर्शकों को काफी पसंद हैं। कई बार लोग मुझे योगेश की जगह हप्पू कहकर पुकारते हैं। और इसका श्रेय इस शो को जाता है कि उन्हें यह कितना पसंद है और वे इस किरदार को कितना चाहते हैं। लाॅकडाउन के दौरान मुझे अपने किरदार हप्पू सिंह की याद सता रही है। मुझे बेसब्री से शूटिंग के शुरू होने का इंतजार है। लेकिन तब तक के लिये मैं सबसे कहना चाहूंगा, ‘अरे दादा, हम तो तरस गये हैं मूंछे लगाने को!’’


योगेश त्रिपाठी शूटिंग के शुरू होने के लिये काफी उत्साहित हैं। तो आप भी तैयार हो जाइये अपने चहेते हप्पू सिंह और उसके न्यौछावर के कभी ना खत्म होने वाले लालच को देखने के लिये, ‘हप्पू की उलटन पलटन’ के सभी नये एपिसोड्स में, जल्द आ रहा है एण्ड टीवी पर।


आलिया ने मुझे हालातों का सामना करना सिखाया है’’, यह कहना है सोनी सब के ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ में मुख्‍य भूमिका निभा रहीं अनूषा मिश्रा का


सोनी सब का शो ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’, आलिया (अनूषा मिश्रा), आलोक (हर्षद अरोड़ा)  और तारा के लव ट्रायंगल के साथ दर्शकों का मनोरंजन करता आ रहा है। शो में आलिया फिलहाल अपने पति आलोक (हर्षद अरोड़ा) को तारा से वापस पाने की कोशिश कर रही है, जिसमें दर्शकों के मनोरंजन के लिये काफी सारा ड्रामा और एंटरटेनमेन्‍ट है। यह शो अब एक साल पूरा करने वाला है और इस अवसर पर शो में आलिया का मुख्‍य किरदार निभा रहीं,  अनूषा मिश्रा ने अपने अब तक के सफर के बारे में की।  दरअसल, ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ से ही उन्‍होंने टेलीविजन इंडस्‍ट्री में अपना डेब्‍यू किया था। 


 


 


 


आलिया जैसे चुलबुले किरदार से उन्‍हें क्‍या सीखने को मिला, इस बारे में अनूषा कहती हैं, ‘’आलिया और अनूषा काफी अलग हैं। सच कहूं तो मुझे ऐसा लगता है कि आलिया खुद मुसीबत अपने सिर ले लेती है। औरों के प्रति उसके मन में जो संवेदना है और हर किसी की वह जिस तरह से मदद करती है, यह बात उसे औरों से अलग बनाती है। ये कुछ ऐसी खूबियां हैं जो मुझे इस किरदार से सीखने का मौका मिला। आलिया के पास हर समस्‍या का हल है। अपने आत्‍मविश्‍वास और अंदाज से आखिरकार वह खुद ही परेशानियों से बाहर भी आ जाती है। तो, आलिया ने मुझे हालातों का सामना करना और आगे बढ़ते रहना सिखाया है।‘’ 


 


 


 


इस शो ने उनकी किस तरह मदद की है, इस बारे में बात करते हुये अनूषा कहती हैं, ‘’लगभग 10 महीने का यह सफर काफी अच्‍छा रहा है। चूंकि, यह मेरा डेब्‍यू शो था, इसलिये मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। मैंने जाना कि सेट पर किस तरह काम होता है। सबसे जरूरी बात कि जब बात दर्शकों की आती है तो एक शो को बनाने में क्‍या बातें मायने रखती हैं, यब सारी बातें मैंने सीखीं। फिजिकली भी यह कहानी थोड़ी मुश्किल है,क्‍योंकि इसमें काफी सारे ट्रैक फुटबॉल मैच और रेसलिंग मैच इर्द-गिर्द घूमते हैं, जिसमें मुझे काफी भागना-दौड़ना पड़ा और खुद थोड़े-बहुत स्‍टंट भी करने पड़े। मैंने शूटिंग से जुड़ी काफी सारी तकनीकी बातें सीखीं और सबसे अहम बात कि, मेरे काफी सारे दोस्‍त बन गये हैं। मैंने जिनके साथ काम किया, उन सबसे बहुत कुछ सीखा। तो, अब तक का यह सफर काफी मजेदार और खूबसूरत रहा है। मुझे इस बात का इंतजार है कि आगे और क्‍या कुछ आने वाला है।‘’ 


 


 


 


देखिये, अनूषा को आलिया के रूप में ‘तेरा क्‍या होगा आलिया’ में केवल सोनी सब पर


Aakash Educational Services Limited launches Free App for NEET aspirants

• The NEET Challenger App enables students to practice and understand questions asked in the last 10 years


• The app is free for all students preparing for NEET exam and can be downloaded from Google Play Store


 


NEW DELHI/ JUNE 22, 2019: In continuation with its philosophy of putting "Students First" and being a pioneer in launching innovative products, Aakash Educational Services Ltd. (AESL), the national leader in test preparation services, has launched a Free App for NEET aspirants. Named, the ‘NEET Challenger App’, it enables candidates to strengthen their preparation for the upcoming NEET examination by making them thoroughly understand the insights of questions asked in the last 10 years.


 


The NEET Challenger app is free for all aspirants across India and not just for those who study at Aakash Institute. It can be downloaded from Google Play Store. The link for downloading the app is:


https://play.google.com/store/apps/details?id=aakash.neet.past_year_papers


 


To register, a student has to select the grade to which he/she belongs. Once signed-up, one can chose from the list of subjects. After selecting a particular subject, students can choose a particular chapter, where one is able to access the previous years’ questions of NEET / AIPMT, which have been asked in the last 10 years. 


 


Commenting on the launch of the app, Mr Aakash Chaudhry, Director and CEO of Aakash Educational Services Limited (AESL), said: “The app is likely to benefit aspirants who are not being able to go for their regular classes due to the nationwide lockdown. With the NEET Challenger app, students can get quality guidance at the convenience of their home. The app will make it easy for students and teachers to thoroughly understand the NEET questions and eventually enhance their skill / capability of cracking the concepts important for NEET along with giving them access to similar questions on each question asked in NEET / AIPMT examination. With the launch of this app, we are committed to hand-hold all NEET aspirants in their preparation for the tests and extend the benefits of our cutting-edge digital services”.


Monday, June 22, 2020

अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित हुआ 'संयोग अधिवेशन'

जून 2020 : दुनिया भर में 21 जून का दिन अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। न्‍यूज18 इंडिया ने  इस अवसर पर एक स्‍पेशल ऑन-एयर समिट का आयोजन किया। यह संयोग की ही बात है कि 21 जून को सूर्य ग्रहण भी था। इस संयोग के कारण, न्‍यूज18 इंडिया ने अपने इस विशेष सम्‍मेलन को नाम दिया – संयोग अधिवेशन। दिलचस्‍प फॉर्मेट्स और प्रोग्रामिंग का निर्माण करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप न्‍यूज18 इंडिया अपनी विशेष कार्यक्रम - अधिवेशन- द्वारा उन चुनौतियों पर एक बेहद अलग एवं ताजगीपूर्ण नजरिये को दर्शकों के सामने लाया जायेगा, जिनका सामना खासतौर से कोविड19 महामारी के मौजूदा दौर में देश को करना पड़ रहा है। 


 


 


 


संयोग अधिवेशन के इस विशेष कार्यक्रम में समाचार जगत की मशहूर हस्तियां, नीतिनिर्माता, एंटरटेनर्स और हेल्‍थ एक्‍सपर्ट्स- एक ही मंच पर नज़र आए । इस वर्चुअल सम्‍मेलन में योग गुरू बाबा रामदेव, राजनीति से जुड़ी चर्चित हस्तियां जैसे कि सम्बित पात्रा, संजय सिंह, मनोज तिवारी और गौरव वल्‍लभ; एन्‍टरटेनर सुनील ग्रोवर और एम्‍स के डायरेक्‍टर डॉ. रामदीप गुलेरिया ने शिरकत करी। इस कार्यक्रम में जाने-माने एस्‍ट्रोलॉजर्स जैसे कि संजय जुमानी, पवन सिन्‍हा, अशोक भाम्‍बी, और अनुपम कपिल सूर्य ग्रहण के भारत में मौजूदा स्थिति पर पड़ने वाले प्रभाव पर अपने-अपने विचार रखे। इस अवसर पर सोनू सूद के साथ एक स्‍पेशन सेशन का भी आयोजन हुआ । गौरतलब है कि हाल ही में प्रवासी मजदूरों की काफी मदद करने के लिये सोनू सूद सुर्खियों में थे।  


 


 


 


एक तरफ जहाँ बाबा रामदेव ने कहा की चीन एक गैर ज़िम्मेदार देश है जिसने कोरोना फैल कर मानवता के खिलाफ अपराध किया है, दूसरी तरफ एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कोरोना का पीक दिल्ली में कुछ हफ्तों में आ सकता है। साथ ही न्यूमेरोलॉजिस्ट संजय जुमानी ने बताया की हो सकता तो वे साल 2020 के पन्ने फाड़ के फेंक देते. वहीं बीजेपी प्रवक्ता सम्बित पात्रा और कॉंग्रेस के जीतू पटवारी ने भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव और सेना के कार्य पर चर्चा की। इसके साथ ही अभिनेता सोनू सूद ने प्रवासी मज़दूरों की मदद करने के अपनी पहल के बारे में बताया. इस दौरान न्यूज़18 इंडिया ने पहली बार उनकी बात उन लोगों से भी करवाई जिनकी सोनू सूद ने हाल ही में मदद की थी।


 


 


 


इस वर्चुअल सम्‍मेलन में चैनल की टीम के दिग्‍गज एंकर्स भी शामिल थे, जैसे कि किशोर अजवाणी, अमिश देवगन, नेहा पंत और प्रतीक त्रिवेदी जिन्होने विभिन्‍न चर्चाओं की अगुवाई करी। इस समय देश में विभिन्‍न बातों को लेकर लोगों में काफी बेचैनी है। इस शो के माध्‍यम से दर्शकों को एक नया नज़रिया देने और प्रासंगिक जानकारी एवं ज्ञान के साथ उन्‍हें सशक्‍त बनाने की कोशिश की गयी । 


 


 


Pension Funds Regulatory and Development Authority

While we all are dealing with the covid-19 pandemic crisis, the topmost priority for all of us is to be safe. In addition to staying safe, we also need to restart and it is important to note that extension granted by the Government to make investments for claiming the tax deductions for FY 2019-20 is due for expiry on 30th June 2020. Hence, you may need to make quick investments to avail tax deductions for the last financial year.


National Pension System (NPS) was introduced by the Government for its new recruits wef 01.01.2004 and subsequently almost all the State Governments has adopted NPS for their employees. NPS can be voluntary subscribed by any citizens of India (resident/non-resident/overseas) and corporates/employers have adopted NPS as a retirement benefit scheme for its employees. 


Subscriber contributing to NPS enjoys the following tax benefits: -


Tax Benefit 1: Deductions on subscriber’s contribution (within 1.5 lac limit)


NPS contributions are eligible for tax deduction u/s 80 CCD(1) of ITax Act (upto 10% of Salary (Basic + DA) or 20% of Gross Income for others) within the overall limit of Rs 1.50 Lacs 


Tax Benefit 2: Additional deduction on subscriber’s contribution upto Rs. 50k (above 1.5 lac limit)


Subscriber is allowed an additional tax deduction for contribution made to NPS u/s 80CCD 1(B) of ITax Act subject to a maximum of Rs. 50,000/-. 


This deduction is over and above the Rs. 1.5 lac limit prescribed u/s 80CCE of ITax Act and thus, the overall deduction could be Rs. 2 lacs if you contribute in NPS


Tax Benefit 3: Deduction on employer’s contribution (for both employee and employer)


NPS contributions made by employer (upto 10% of the salary) is allowed as a deductible perquisite for employees, subject to a ceiling of Rs. 7.5 lakh (u/s 80CCD(2) read with 17(vii) of ITax Act).


Employer can claim the NPS contributions made to their employees’ NPS accounts (upto 10% of the salary) as an exempted business expense u/s 36(1)(iva) of ITax Act


Tax Benefit 4: NPS is effectively Exempt, Exempt, Exempt product


NPS is an Exempt, Exempt, Exempt (EEE) product, meaning subscriber gets tax exemption at the time of investment, accumulation and withdrawal (maturity). 


Tax Benefit 5: No tax on amount received as lumpsum at maturity


At maturity, the lumpsum amount received by subscriber (maximum 60% of corpus) is an exempted income u/s 12A of ITax Act and the balance amount paid for purchasing annuity (minimum 40% of corpus) is also an exempted income u/s 80CCD(5) of ITax Act. These exemptions are irrespective of the amount involved i.e without monitory ceiling.


Tax Benefit 6: No GST for annuity purchase through NPS


Goods and Service Tax (currently 1.8%) otherwise payable while purchasing an annuity product/scheme, is not levied when annuity plan is purchase through NPS.


Tax Benefit 7: No tax on partially withdrawn amount


The amount withdrawn from NPS for emergency purposes (Partial Withdrawals) are tax-exempt u/s 12B of ITax Act.


 


More to know:


 


1. NPS also offers an investment option in the form of Tier-II account, wherein investments are withdrawable at any point of time. While you can utilize the services of Pension Funds (fund manager) and have desired asset allocation under this account, there is no separate Annual Maintenance Charge (AMC). You can also switch funds from Tier II to Tier I account online.


2. Dual benefit of Low Cost and Power of compounding: NPS carries the benefit of being one of the lowest cost pension products in the world. The overall costs in NPS are the lowest due to economies of scale in operations of the system architecture. Also, accumulation of the retirement corpus over a period gets accelerated on account of the compounding effect and nominal charges borne by the subscriber.


 


From - Pension Fund Regulatory and Development Authority (PFRDA)


Heartfulness celebrates International Day of Yoga 2020 with the theme“Let's make Compassion Contagious”, in partnership with Ayush Ministry


India, June 221, 2020 : Heartfulness Institute, offering a dynamic and practical approach to meditation, conducted one of 2020’s biggest virtual meets to celebrate the International Day of Yoga in collaboration with Ayush Ministry. Tending to lakhs of people from across the globe, the spirituality foundation in brought together prominent personalities in the fields of Yoga and Music and included, The Silent Changemaker, Mr.Kamlesh Patel (Daaji), Guide of Heartfulness; YogRishi Mr.Baba Ramdev; Mr.Shripad Naik, Union Minister of State for AYUSH, Mr.Taranjit S. Sandhu, Ambassador of India to The United States musicians Padma Mr.Vibhushan Pandit Jasraj and Padma Mr.Shankar Mahadevan discussing the need to practise yoga , its benefits and the why compassion needs to take centre stage.


 


This event showcased the need for compassion and to inspire people on how to live a life of compassion. The transformative powers of compassion have been chronicled extensively in all the great world scriptures. The event began with a brief introduction from the fourth spiritual Guide in the Sahaj Marg system of Raja Yoga meditation, Daaji, followed by Shri Shankar Mahadevan’s musical performance to invoke Lord Ganesha. 


 


Daaji then addressed the worldwide pandemic and its impact on resilience and spoke on the concept of unity and compassion and said, “Compassion is love in action for the wellbeing of humanity. There is nothing more contagious than compassion. We start with self compassion. We expand and embrace it with all of humanity. It is compassion that will unify us. If we upgrade ourselves on being more compassionate, we will follow the trail placed by Swami Vivekanand and Babuji in uniting humanity on a higher aspiration of total oneness”. 


 


The event also saw the support of Mr.Shripad Naik, who said, ”This International Day of Yoga 2020 will be a significant milestone in the journey of bringing yoga practices to the world. This vision inspired by our Honorable Prime Minister is now adopted by the United Nations and is a global movement. The tradition of yoga is time immemorial and is another contribution to the heritage of the world, a fact that should make all Indians proud wherever there are. It is our responsibility to nurture and share the benefit of this phenomenal practice so that the future generations are also able to enjoy this gift to mankind.” 


 


 Mr. Taranjit S. Sandhu said, “I congratulate the entire team of Heartfulness institute for organizing a virtual global meet of music, meditation and Yoga on the occasion of International Day of Yoga. I congratulate them for getting such a large participation from all over the world and for making the sixth International Day of Yoga, i.e., ghar-ghar se Yoga, a successful one”.  


 


Mr.Ramdev Baba shared his insight and practical wisdom on yoga and meditation on this occasion, he said, “I have always said that Heartfulness is the peaceful revolution of this era. Yoga is music and I salute 


 


 


you for bringing together great personalities of this country in the field of Yoga and classical music on the International Day of Yoga and Music”. Shri Ramdev Baba shed light onto the true meaning of Yoga and demonstrated a few practical breathing techniques and exercises that help gain focus before meditating. Concluding his session with Daaji, he says, “Let us take a pledge today that we will follow the eight limbs of Yoga. We will elevate our lives by practicing Yama, Niyama, Asana, Pranayama, Pratyahara, Dharana, Samadhi and Heartfulness”. 


 


Shri Shankar Mahadevan then performed Kal Ho Na Ho and Taare Zameen Par, a commendable, otherworldly musical performance, with songs dear to numerous Indian hearts. Following which, Daaji spoke about faith and transferring this wealth of spirituality to the younger generations. 


 


The event was also graced with the presence of the legendary Pandit Jasraj who had a message for today’s youth, “Service to your parents, devotion to your teachers and follow the guidance of your guru and your practice”. The musical legend then performed for the viewers from across the globe. 


 


Daaji, in the final segment spoke about the institution of heartfulness and its commitment to serve humanity. “Babuji, the founder of Heartfulness created this organization with the primary objective of helping suffering humanity to move to a higher life. To bring the gift of meditation to every household in the world, free of charge.” The global personality in spirituality concludes the meet with a vote of thanks and wishes compassion and love for the world. The mega event ended with a laudable performance by Padma Bhushan Pandit Jasraj.


 


The 500 plus partners organizations who are lending support to this event include top organizations such from corporations, social transformation organization, International and National Government bodies amongst other and include the following Philips, HDFC Bank, DDFC, UCO Bank, SBI, NTPC, BHEL, Port Association of India, Reliance Jio, GICPL, Delhi Police, SEBI, GACL, Indigo Airlines, Sewa International, AIM for Sewa, AAPI, TANA, TAMA, ATA,YourDost amongst others.


 


About Heartfulness:


Heartfulness (www.heartfulness.org) is a lifestyle based on simple meditative practices and skills. It has been around for over 100 years. Heartfulness helps people find inner calm, peace and stillness. The simple practices are offered to people of all walks of life, cultures, religious beliefs and economic situations, over the age of 15, free of charge. With over 4 million practitioners, Heartfulness has been adopted in thousands of schools and colleges, and over 250,000 professionals have been introduced to Heartfulness in corporations, non-governmental and government bodies worldwide. More than 5,000 Heartfulness Centres are supported by over 13,000 certified volunteer trainers in 160 countries. 


 


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For further details do contact Rajesh Gurram: +91 98490 42184 or email: rajesh@perfectrelations.com


अंगूरी भाबी को रिझाने के लिये ‘भाबीजी घर पर हैं’ के आसिफ शेख उर्फ विभूति नारायण मिश्रा द्वारा निभाये गये यादगार ‘किरदार’


दर्शकों को ठहाकों के सफर पर ले जाने वाले माॅडर्न काॅलोनी के पड़ोसी मिश्रा और तिवारी का केवल आपस में कनेक्शन नहीं है, बल्कि एक-दूसरे की धर्मपत्नियों से भी उनका खास रिश्ता रहा है! तिवारी और मिश्रा उन लोगों में से हैं, जिन्हें हमेशा यह लगता है कि ‘सामने वाला उससे ज्यादा खुशहाल है‘ और इसलिये ये दोनों ही एक-दूसरे की पत्नियों के दिल जीतने में लगे रहते हैं।


 


विभूति नारायण मिश्रा का किरदार निभाने वाले, आसिफ शेख ने अंगूरी भाबी (शुभांगी अत्रे) को रिझाने की हमेशा ही अलग-अलग तरकीबें लगाई हैं। लेकिन इसके उनकी बदकिस्मती ही कहेंगे कि उनके सारे पैंतरे धरे के धरे रह जाते हैं और वह हर बार ही नाकामयाब होते हैं। विभूति के लिये सबसे अहम है अंगूरी भाबी का ध्यान अपनी तरफ खींचना और ऐसा करने में वह कोई कसर भी नहीं छोड़ता। इस बारे में आसिफ शेख अपने कुछ पसंदीदा किरदारों और उसके पीछे की कहानी बता रहे हैं।


 


भला किसे यह याद नहीं होगा जब विभूति ने महमूद उर्फ मास्टर पिल्लई की नकल उतारी थी? 60 के दशक की शानदार फिल्म ‘पड़ोसन’ के उस मशहूर गीत ‘एक चतुर नार’ को बड़ा ही मजेदार ट्विस्ट दिया गया था। ऐसा तब होता है जब अंगूरी दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत सीखने की इच्छा जाहिर करती है। विभूति तुरंत ही इस मौके को लपक लेता है और अंगूरी के करीब रहने के लिये बन जाता है म्यूज़िक टीचर यानी मास्टर पिल्लई। लेकिन उसकी बदकिस्मती, कि भाबीजी जल्द ही संगीत से ऊब जाती है और उसकी सारी तरकीब पर पानी फिर जाता है! एक अन्य एपिसोड में विभूति के भूले-बिसरे अंकल उसे खबर देते हैं कि वह नल्लेश्वर साम्राज्य का राजा बन गया है। इससे विभूति काफी खुश हो जाता है, क्योंकि अंगूरी का ध्यान अपनी तरफ खंीचने का उसका सपना अब पूरा हो सकता था। लेकिन कुछ ही समय में एक गलतफहमी की वजह से उसका खिताब छिन जाता है। एक बार फिर विभूति की उम्मीद बिखर जाती है! और यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता, एक और एपिसोड में विभूति उसके घर का सारा सामान आधे कीमत पर खरीदने के लिये डार्लिंग नाम का एक रद्दी वाला बन जाता है! इतना ही नहीं जब उसे पता चलता है कि अंगूरी को ताजा जूस बहुत पसंद है तो वह जूस बेचने वाला भी बन जाता है। लेकिन जल्द ही तिवारीजी, टीका-मल्खान के साथ मिलकर उसका धंधा चैपट कर देते हैं।


 


इस पर आसिफ कहते हैं, ‘‘इस शो में मैंने लगभग 250 किरदार निभाये हैं और हर किरदार को निभाने में बड़ा मजा आया। मैंने 15 तरह की अलग-अलग महिलाओं का वेश बनाया है। इसकी लिस्ट काफी लंबी है, लेकिन कुछ किरदार ऐसे रहे, जो मेरे लिये यादगार अनुभव बन गया। उनमें से कुछेक के बारे में मैं बताता हूं कि जब मैं एक आशिक मिजाज किस्म का इलेक्ट्रिशियन राजाराम बना था और तिवारी की बूढ़ी दादी का किरदार निभाया था। दर्शकों को सभी किरदार पसंद आये और उन्होंने इसका काफी लुत्फ उठाया। इससे मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा और मैं इस बात के लिये प्रेरित होता रहा कि ज्यादा से ज्यादा इस तरह के किरदार निभाऊं। हर बार यही कोशिश रही कि मैं खुद से बेहतर करके दिखाऊं।’’  


 


तो आपको कौन-सा किरदार सबसे ज्यादा पसंद आया?


 


आसिफ इस बात से काफी खुश हैं और जोर-शोर से शूटिंग शुरू करने की तैयारियों में जुटे हैं। आप भी तैयार हो जाइये अपने प्यारे विभूतिजी को अपने अंदाज से अपने प्यार को रिझाते हुए, ‘भाबीजी घर पर हैं’ के सभी नये एपिसोड में। जल्द आ रहा है केवल एण्ड टीवी पर।


Saturday, June 20, 2020

सेलिब्रिटी योग विशेषज्ञ श्रद्धा सीतलवाड़ ने जूही चावला, मधु शाह, भाग्यश्री और सई मांजरेकर अभिनीत 'वन वर्ल्ड योगा एंथम' के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया


छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर खुद को एक विज़ुअल ट्रीट दें और 'वन वर्ल्ड योगा एंथम ’ के साथ सेलिब्रेट करे। सेलिब्रिटी योग विशेषज्ञ श्रद्धा सीतलवाड़ के सहयोग से योग को भारत के योग संस्थान के साथ दुनिया को एकीकृत करने के माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को समर्थन देने के प्रयास में, 'वन वर्ल्ड योगा एंथम ’ के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे।


आध्यात्मिक और देशभक्ति के साथ इस प्रतिष्ठित दिन का जश्न मनाने के लिए बॉलीवुड के कई सुपरस्टार हैं, जिनमें से जूही चावला, मधु शाह, भाग्यश्री और सई मांजरेकर शामिल हैं। यह वीडियो योग के प्रति उत्साही लोगों को एकजुट करता है, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित योगियों को भी पेश करता है। वीडियो फ्रंटलाइन योद्धाओं, डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों और आवश्यक सेवा प्रदाताओं को भी सम्मान देता है, जो हमें कोरोनो वायरस जैसी महामारी से बाहर निकालने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।


माननीय प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदीजी के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दृष्टिकोण को आगे ले जाते हुए, श्रीमती मंजू मंगल प्रभात लोढ़ा, बीजेपी अध्यक्ष मुंबई श्री मंगल प्रभात लोढ़ा की पत्नी ने वीडियो के माध्यम से देश के लिए एक शक्तिशाली आध्यात्मिक जागृति लाने का प्रयास किया है। कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने श्रद्धा की अनूठी और प्रेरणादायी पहल की तारीफ़ और प्रशंसा की है। श्रीमती अमृता फड़नवीस, भारतीय बैंकर, गायिका और सामाजिक कार्यकर्ता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी ने भी इस कार्य के लिए अपना समर्थन दिया है। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित , भारत के राष्ट्रपति के पूर्व चिकित्सक, डॉ. मोहसिन वाली, ने श्रद्धा के दृष्टिकोण की प्रशंसा की है।


यह वीडियो दर्शकों को इस कायाकल्प करने वाली प्राचीन प्रथा के लिए समय और ऊर्जा समर्पित करने के लिए निश्चित ही प्रेरित करेगा, टाइम्स म्यूजिक आध्यात्मिक चैनलों पर, 21 जून 2020 को रविवार को फेसबुक लाइव और यूट्यूब लाइव के माध्यम से ग्लोबल डिजिटल लॉन्च होगा।


फादर्स डे स्पेशल: बच्चे बने मां-बाप के मॉडर्न गुरु


एक बच्चे के जीवन में माता-पिता की भूमिका उसके जन्म के साथ ही शुरू हो जाती है. यानी एक पैरेंट की भूमिका बच्चे के जन्मदाता, पालक, रक्षक, हितैषी और मार्गदर्शक की होती है. लेकिन बात जब केवल पिता की हो तो वह अपने बच्चों के लिए ताउम्र एक सर्वश्रेष्ठ दोस्त, महत्वपूर्ण सलाहकार और सबसे भरोसेमंद मददगार की भूमिका निभाते हैं. हालांकि समय के साथ परिस्थितियों ने भी रचनात्मक करवट ली है. आज कल के बच्चे ख़ास कर युवा पीढ़ी अपने पिता पर भारी पड़ने लगी है. दरअसल टेक्नोलॉजी के इस नए युग में बहुत से माँ बाप असुविधाजनक महसूस करते हैं. लेकिन आज कल के युवाओं की तेज तर्रार सोच ने खुद के साथ साथ अपने पैरेंट्स की जिंदगी को भी फ़ास्ट ट्रैक बना दिया है. इंटरनेट और ऐप्लिकेशन से दौड़ते इस समाज में कदमताल के लिए बच्चे अपने पैरेंट्स खासकर बाप का राइट हैंड बन गए हैं.    


देश की प्रमुख पब्लिक रिलेशन संस्था पीआर24x7 के फाउंडर अतुल मलिकराम बताते हैं कि पिता के गोद की वो गर्माहट और सुकूनभरी दुनिया से बाहर निकलकर नई पीढ़ी उनके लिए टेक्निकल सुरक्षा कवच बनती जा रही है. मोबाइल का इस्तेमाल हो या हवाई जहाज की सैर, हर छोटी बड़ी चीज में बच्चे मां बाप के मॉडर्न गुरु बन गए हैं. बेटा हो या बेटी, पापा को क्लासी पापा बनाने और दो पीढ़ी की सोच में तालमेल बिठाने के मामले में आज के बच्चे काफी आगे निकल गए हैं.     


इस फादर्स डे के मौके पर संस्था ने #supportingdigitallifestyle कैम्पेन की शुरुआत की है. जिसके तहत आप अपने बच्चों से जुडी कोई भी तस्वीर, स्टोरी या यादगार किस्सा शेयर कर सकते हैं. सबसे बेहतर कंटेंट को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया जाएगा. संस्था ने हाल ही में कोविड-19 के कारण बंद पड़े स्कूलों की वजह से बच्चों की पढ़ाई में हो रहे नुकसान के मद्देनजर रखते हुए #NaniKiPathshala अभियान की शुरुआत की है. जिसके तहत माता पिता को उनके बच्चों को दानी नानी की पाठशाला में भेजने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. संस्था का मानना है कि बचपन की छुट्टियों में दादी-नानी के घर की गई शरारतें हम सभी के जहन में जीवनभर के लिए रह जाती हैं. इस दौरान हम खेल-खेल में न जाने कितनी ही अच्छी बातें और नई आदतें सीख जाते हैं, जिसका अहसास हमें जीवन के हर मोड़ पर होता है. 


 


जानकारी शेयर करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - https://bit.ly/37LnVvs


Friday, June 19, 2020

अंगूरी और अनिता भाबी के साड़ियों के 5 ऐसे स्टाइल जिन्हें देखकर आप ‘वाह’ किये बिना नहीं रह पायेंगे!

एण्ड टीवी का शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ जवान और बूढ़े सभी दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय है! अपने हास्य से भरपूर अंदाज और वन लाइनर की वजह से यह शो काफी मशहूर है। इसकी कहानी अंगूरी और अनिता भाबी और उनके पतियों मनमोहन तिवारी (रोहिताश गौर) तथा विभूति नारायण मिश्रा (आसिफ शेख) के इर्द-गिर्द घूमती है। ये दोनों चोरी-चोरी एक-दूसरे की पत्यिों पर जान छिड़कते हैं। और ऐसा हो भी क्यों ना? अंगूरी भाबी (शुभांगी अत्रे अभिनीत) और अनिता भाबी (सौम्या टंडन अभिनीत) इस शो में इतनी खूबसूरत जो नज़र आती हैं!


 


टेलीविजन की सबसे चहेती भाबियों के 5 सबसे स्टाइलिश लुक के बारे में नीचे बताया गया है, जोकि निश्चित तौर पर आपका भी दिल जीत लेगा!



1. अंगूरी भाबी की झालर वाली रेड साड़ी


देसी में झालरों का विदेशी ट्विस्ट इन दिनों फैशन में है, खासकर साड़ियों में। यदि आप फैशनिस्टा हैं और आपको साड़ियां पसंद हैं तो फिर अंगूरी भाबी की रेड झालरों वाली साड़ी आपके पास जरूर होनी चाहिये! यह जाॅर्जेट साड़ी स्त्री के रूप कों और निखारती है, क्योंकि यह लहराती हुई, चटक रंग की और काफी खूबसूरत है!


 


 



 


2. अनिता की व्हाइट वर्क वाली साड़ी


 जो जानते हैं उनके लिये व्हाइट साड़ी काफी दिलकश हो सकती है! मोतियों के वर्क वाली यह व्हाइट साड़ी एक ऐसा रंग है जो आपके पास जरूर होना चाहिये। यह नेट साड़ी है, जिसमें अनिता के मोतियों वाला ब्लाउज इसे और खास बनाता है। इस साड़ी को बांधना और संभालना काफी आसान होता है; जिसे देखकर निश्चित तौर पर लोग आप पर फिदा हो जायेंगे!


 



3.अंगूरी की शानदार फ्लोरल साड़ी!


इसमें कोई शक नहीं कि यह एक ऐसी फ्लोरल साड़ी है जोकि वाॅर्डरोब में जरूर होनी चाहिये! महिलायें तो महिलायें, पुरुषों को भी फ्लोरल पसंद आता है! अंगूरी द्वारा पहनी गयी यह समर स्टाइल साड़ी एक बेहतरीन लिबास हो सकता है, यदि आपको साड़ी पहनना पसंद है। आपका इस बारे में क्या ख्याल है?


 


 



4. अंगूरी का डबल धमाका


ऐसा कोई भी स्टाइल नहीं, जिसके बारे अंगूरी नहीं जानती। उसे साड़ी पहनना पसंद है और उसने लगभग सारे स्टाइल आजमाये हैं! लहंगा-चोली काॅम्बो वाली इस टू-पीस साड़ी पर आप फिदा हो जायेंगी! इसे दुपट्टे के साथ पेयर करके पहनें, फिर देखें तारीफों की बारिश हो जायेगी! किसी खास मौके पर अंगूरी की इस काॅम्बो साड़ी स्टाइल को आजमा कर देखें!  


 


 


 


5. अनिता की बोल्ड ब्लू ब्यूटी


विभूति की फैशनिस्टा पत्नी, अनिता की तरह इसे कोई और नहीं पहन सकता! वह जो भी पहनती है, हरेक चीज में लोच और खूबसूरती ले आती है। इस बार तो उसने इस खूबसूरत बोल्ड ब्लू नेट साड़ी में सबके होश ही उड़ा दिये। हम उसकी हाॅटनेस के जादू से अभी भी बाहर आने की कोशिश कर रहे हैं! आपके क्या हाल हैं?


 


 


देखिये अनिता अैर अंगूरी को, जिन्होंने दो पुरुषों को अपना दीवाना बना रखा है, ‘भाबीजी घर पर हैं’ में, केवल एण्ड टीवी पर


अंगूरी और अनिता भाबी के साड़ियों के 5 ऐसे स्टाइल जिन्हें देखकर आप ‘वाह’ किये बिना नहीं रह पायेंगे!

एण्ड टीवी का शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ जवान और बूढ़े सभी दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय है! अपने हास्य से भरपूर अंदाज और वन लाइनर की वजह से यह शो काफी मशहूर है। इसकी कहानी अंगूरी और अनिता भाबी और उनके पतियों मनमोहन तिवारी (रोहिताश गौर) तथा विभूति नारायण मिश्रा (आसिफ शेख) के इर्द-गिर्द घूमती है। ये दोनों चोरी-चोरी एक-दूसरे की पत्यिों पर जान छिड़कते हैं। और ऐसा हो भी क्यों ना? अंगूरी भाबी (शुभांगी अत्रे अभिनीत) और अनिता भाबी (सौम्या टंडन अभिनीत) इस शो में इतनी खूबसूरत जो नज़र आती हैं!


 


टेलीविजन की सबसे चहेती भाबियों के 5 सबसे स्टाइलिश लुक के बारे में नीचे बताया गया है, जोकि निश्चित तौर पर आपका भी दिल जीत लेगा!


 


1. अंगूरी भाबी की झालर वाली रेड साड़ी


देसी में झालरों का विदेशी ट्विस्ट इन दिनों फैशन में है, खासकर साड़ियों में। यदि आप फैशनिस्टा हैं और आपको साड़ियां पसंद हैं तो फिर अंगूरी भाबी की रेड झालरों वाली साड़ी आपके पास जरूर होनी चाहिये! यह जाॅर्जेट साड़ी स्त्री के रूप कों और निखारती है, क्योंकि यह लहराती हुई, चटक रंग की और काफी खूबसूरत है!


 


 


 


 


2. अनिता की व्हाइट वर्क वाली साड़ी


 जो जानते हैं उनके लिये व्हाइट साड़ी काफी दिलकश हो सकती है! मोतियों के वर्क वाली यह व्हाइट साड़ी एक ऐसा रंग है जो आपके पास जरूर होना चाहिये। यह नेट साड़ी है, जिसमें अनिता के मोतियों वाला ब्लाउज इसे और खास बनाता है। इस साड़ी को बांधना और संभालना काफी आसान होता है; जिसे देखकर निश्चित तौर पर लोग आप पर फिदा हो जायेंगे!


 


 


3.अंगूरी की शानदार फ्लोरल साड़ी!


इसमें कोई शक नहीं कि यह एक ऐसी फ्लोरल साड़ी है जोकि वाॅर्डरोब में जरूर होनी चाहिये! महिलायें तो महिलायें, पुरुषों को भी फ्लोरल पसंद आता है! अंगूरी द्वारा पहनी गयी यह समर स्टाइल साड़ी एक बेहतरीन लिबास हो सकता है, यदि आपको साड़ी पहनना पसंद है। आपका इस बारे में क्या ख्याल है?


 


 


 


4. अंगूरी का डबल धमाका


ऐसा कोई भी स्टाइल नहीं, जिसके बारे अंगूरी नहीं जानती। उसे साड़ी पहनना पसंद है और उसने लगभग सारे स्टाइल आजमाये हैं! लहंगा-चोली काॅम्बो वाली इस टू-पीस साड़ी पर आप फिदा हो जायेंगी! इसे दुपट्टे के साथ पेयर करके पहनें, फिर देखें तारीफों की बारिश हो जायेगी! किसी खास मौके पर अंगूरी की इस काॅम्बो साड़ी स्टाइल को आजमा कर देखें!  


 


 


 


5. अनिता की बोल्ड ब्लू ब्यूटी


विभूति की फैशनिस्टा पत्नी, अनिता की तरह इसे कोई और नहीं पहन सकता! वह जो भी पहनती है, हरेक चीज में लोच और खूबसूरती ले आती है। इस बार तो उसने इस खूबसूरत बोल्ड ब्लू नेट साड़ी में सबके होश ही उड़ा दिये। हम उसकी हाॅटनेस के जादू से अभी भी बाहर आने की कोशिश कर रहे हैं! आपके क्या हाल हैं?



 


देखिये अनिता अैर अंगूरी को, जिन्होंने दो पुरुषों को अपना दीवाना बना रखा है, ‘भाबीजी घर पर हैं’ में, केवल एण्ड टीवी पर


मैकडोनाल्‍ड्स इंडिया दृ नॉर्थ एंड ईस्‍ट लेकर आया है नया चिली बर्गर

रेस्‍टोरेंट में आयें और नये बर्गर्स के मसालेदार स्‍वाद में खो जायें



जून 2020रू मैकडोनाल्‍ड्स इंडिया.नॉर्थ एंड ईस्‍टए ने अपने मैन्‍यू में दो तरह के नये श्श्चिलीश्श् बर्गर और ऑरेंज फिज़ को शामिल किया है। इसकी कीमत 59 रुपयेध्. ;लागू कर समेतद्ध है। नये स्‍वाद वाले ये बर्गर और ड्रिंक एक ऑल.डे मेन्‍यू का हिस्‍सा होंगे। इसके साथ ही भारत के उत्‍तरी एवं पूर्वी क्षेत्रों मैंकडोनाल्‍ड्स के चुनिंदा रेस्‍टोरेंट्स पर ये डिलीवरी और टेक.अवे काउंटर्स के जरिये भी उपलब्‍ध होंगे।


चिली वेज़ और चिली चिकन बर्गर. चिली वेज़ बर्गर में होगी एक जायकेदार वेजिटेबल पैटी। इस पैटी को गाजरए मटरए फ्रेंच बीन्‍सए आलू और गोभी जैसी सब्जियों को मिलाकर बनाया गया है। वहींए चिली नॉन.वेज बर्गर में लहसुनए हरी मिर्च शिमला मिर्च में पकी स्‍वादिष्ट ग्रिल्‍ड चिकन पैटी होगी। इन दोनों ही पैटीस को लाल मिर्चए टमाटरए प्‍याजए लहसुनए काली मिर्चए सोया सॉस और विनेगर से तैयार हॉट चिली सॉस के साथए कटी हुई प्‍याज से सजाकरए हल्‍के टोस्‍टेड बन में पैक किया जायेगा । इन दोनों ही बर्गर में स्‍वाद को दोगुना करने के लियेए आप अपनी पसंद की एक्‍स्‍ट्रा पैटी भी डलवा सकते हैं।


ऑरेंज फिज़रू गर्मी की तपिश को कम करने के लिये तरोताजा कर देने वाले इस टैंगी पेय में मेंडेरियन जायका और हल्‍कीदृसी लाल मिर्च का स्‍वाद मिलाया गया है।


 


रॉबर्ट हंगानफूए हेडए सीपीआरएल ;कनॉट प्‍लाज़ा रेस्‍टोरेंट्स प्राइवेट लिमिटेडए भारत के नॉर्थ तथा ईस्‍ट हिस्‍से में मैकडोनाल्‍ड्स रेस्‍टोरेंट्स का संचालन करती हैद्ध का कहना हैए ष्ष्भारत के नॉर्थ तथा ईस्‍ट में रहने वाले अपने ग्राहकों के लिये नये स्‍वाद वाले चिली बर्गर और ऑरेंज फिज़ को पेश करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। हम चाहते हैं कि हम अपने ग्राहकों को गरमागरमए ताजाए बेहद स्‍वादिष्‍ट खाना किफायती कीमत पर और अच्‍छी क्‍वालिटी के साथ परोसें।


मौजूदा हालातों में क्‍वालिटी तथा सुरक्षा देने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप मैकडोनाल्‍ड्स ने अपने तौर.तरीकों में 50 से भी ज्‍यादा बदलाव किये हैं। ये बदलाव यह सुनिश्चित करने के लिये किये गये हैं कि ग्राहकों को सुरक्षित रूप से खाना परोसा जा सके और उन्‍हें डिलीवरी तथा टेक.अवे का सुरक्षित अनुभव मिल सके।’


 


रॉबर्ट ने आगे कहाए श्श्ये सारी चीजें अपने ग्राहकों को गुणवत्‍तापूर्णए सेवा और स्‍वच्‍छता देने के मैकडोनाल्‍ड्स के मूल प्रतिबद्धताओं से ही संचालित होती हैं। ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में ये चीजें और भी महत्‍वपूर्ण हो गयी हैं।ष्ष्


 


चिली रेंज मैकडोनाल्‍ड्स के मैन्‍यू में सीमित समय तक ही उपलब्‍ध रहेगी और ग्राहकों को किफायती कीमतों पर इसी तरह का नया स्‍वाद चखने का मौका मिलेगा।


 


’ मैकडोनाल्‍ड्स में सुरक्षा के इंतजाम


कर्मचारियोंए डिलिवरी राइडर्सए विजिटर्स के साथ.साथ ग्राहकों की भी थर्मल स्‍क्रीनिंग की सुविधा है। सबकी सुरक्षा को ध्‍यान में रखते हुएए यदि किसी को भी हाई टेम्‍परेचर या फ्लू जैसे लक्षण नज़र आते हैं या किसी ने मास्‍क नहीं पहना है तो सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार उसे अंदर आने की अनुमति नहीं दी जायेगी।


 


रेस्‍टोरेंट के सभी स्‍टाफ नियमित रूप से अपने हाथों को धोयेंगे और उन्‍हें सैनेटाइज करेंगे और हर समय मास्‍क तथा ग्‍लव्‍स पहने रहेंगे ताकि वह खुले हाथों से खाने को ना छुएं।


शारीरिक दूरी के नियमों को सख्‍ती से लागू किया गया हैए जिसमें किचनए डिलीवरी और लॉबी एरिया शामिल हैं। रेस्‍टोरेंट स्‍टाफए डिलीवरी राइडर्स और ग्राहकों के बीच एक सुरक्षित दूरी बनी रहेए उसके लिये फ्लोर मार्कर का इस्‍तेमाल करके गोले बनाये गये हैं। जैसे ही ग्राहक रेस्‍टोरेंट के अंदर आयेंगेए उन्‍हें फ्लोर पर और साथ ही सीटिंग एरिया में भी क्‍यू देखने को मिलेगा। इस दौरान शारीरिक दूरी का ध्‍यान रखा जायेगा। फ्रंट काउंटर परए प्रोटेक्टिव प्‍लेक्‍सीग्‍लास शील्‍ड लगाये गये हैंए यह ग्राहकों और स्‍टाफ की और अधिक सुरक्षा करेगा।


 


कंपनी ने अपने सेनिटेशन प्रोटोकॉल को भी बेहतर बनाया है। फ्लोरए वॉशरूम और रेस्‍टोरेंट में लगातार हाथ लगाये जाने वाली जगहोंध्सरफेसए जैसे डोर नॉबध्हैंडल्‍सए पीओएसए क्रेडिट कार्ड मशीनए काउंटर टॉपए डाइनिंग टेबलध्चेयरए हमारे रोनाल्‍ड बेंचए हैंड ड्रायर्सए आदि को डिसइंफेक्‍ट करने के लिये ब्रॉड स्‍पेक्‍ट्रम वाले हॉस्पिटल.ग्रेड वायरूसाइडल एजेंट का इस्‍तेमाल किया जा रहा है।


 


समुदायों की सेवा करने की अपनी वचनबद्धता के अंतर्गतए कंपनी ने स्‍थानीय एनजीओ से साझीदारी की है ताकि लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुए वंचित लोगों को खाना उपलब्‍ध कराया जा सके।


 


मैकडोनाल्‍ड्स इंडिया.नॉर्थ एंड ईस्‍ट के विषय में


भारत के उत्‍तरी और पूर्वी क्षेत्रों में मैकडोनाल्‍ड्स के रेस्‍टोरेंट्स का परिचालन कनॉट प्‍लाज़ा रेस्‍टोरेंट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाता है। मैकडोनाल्‍ड्स भारत में अपने ग्राहकों को रेस्‍टोरेंट की उच्‍च गुणवत्‍ता का अनुभव देने के लिये प्रतिबद्ध है। यह अपने ग्राहकों को मैन्‍यू में कई तरह के विकल्‍प उपलब्‍ध कराता है जोकि स्‍थानीय क्षेत्र में मिलने वाली चीजों से तैयार किये जाते हैं। भारत के नॉर्थ तथा ईस्‍ट में मैकडोनाल्‍ड्स के 150 से भी ज्‍यादा रेस्‍टोरेंट्स हर साल लाखों लोगों को सेवा देते हैं। साथ ही यह 6ए000 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार उपलब्‍ध कराते हैं। ग्राहकों पर केंद्रित अपनी सोच के साथए मैकडोनाल्‍ड्स कई तरह के फॉर्मेट तथा ब्रांड एक्‍सटेंशन के माध्‍यम से अपना संचालन करता है। उनमें ग्राहकों की सुविधा और अनुभव के लिये स्‍टैंडअलोन रेस्‍टोरेंट्सए ड्राइव.थ्रूजए 24ध्7 रेस्‍टोरेंट्सए मैकडिलिवरी बगैरह शामिल हैं।


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ज्ूपजजमत और ल्वनज्नइम


अक्षय केलकर (सोनी सब के ‘भाखरवाड़ी’ में अभिषेक)

मैं मूल रूप से महाराष्‍ट्र के दापोली का रहने वाला हूं। यह मेरे परिवार की पसंदीदा जगह है। वैसे वहां पर फिलहाल ऐसा कुछ नहीं है, जिसे हम अपना कह सकें। इसलिये, दापोली में मैं ऐसा घर और फार्म बनाने के अपने डैड के सपने को पूरा करने की दिशा में काम कर रहा हूं, जिसे हम अपना कह सकें। ऐसे तो मैं फादर्स डे नहीं मनाता लेकिन मुझे लगता है कि जिस दिन मैं अपने पिता के सपने को पूरा करूंगा, वही दिन मेरे लिये सही मायने में फादर्स डे होगा। 



मेरे डैड ने जीवन के हर पड़ाव में हमेशा ही मेरा सपोर्ट किया है। अब जबकि हम जल्‍द ही शूटिंग शुरू करने वाले हैं तो मेरे डैड ने सेट के पास ही किराये के मकान में मेरे साथ रहने का फैसला किया है, ताकि मुझे घर का बना खाना मिल सके। मेरे डैड बहुत अच्‍छा खाना बनाते हैं और मुझे इस बात की खुशी है कि वह हमेशा मेरे पास होंगे। सोनी सब के ‘भाखरवड़ी’ के सेट पर जब मेरे डैड पहली बार आये थे, तो उससे जुड़ी काफी अच्‍छी यादें मेरे पास हैं। मुझे अभी भी याद है कि वह इस बात से कितने खुश हुए थे कि उनका बेटा एक एक्‍टर है। 


 


 


 


वह एक रिक्‍शा ड्राइवर हैं और जब मुझे ‘भाखरवड़ी’ में रोल मिला तो वह काफी खुश थे और उन्‍हें मुझ पर गर्व महसूस हो रहा था। मेरे डैड को मुझ पर और मेरे भाई-बहनों पर हमेशा से ही भरोसा था कि हम जो भी कॅरियर चुनेंगे, अच्‍छा ही होगा। इतने सालों के बाद आज भी वह रिक्‍शा चलाते हैं और उनकी लगन और कड़ी मेहनत ने मुझे हर दिन ज्‍यादा से ज्‍यादा मेहनत करने के लिये प्रेरित किया है। मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं उनका बेटा हूं। 


 


 


 


देव जोशी  (सोनी सब के बालवीर रिटर्न्स के बालवीर)


 


मेरे डैड ने काफी संघर्ष किया है और आज वह एक सेल्‍फ-मेड बिजनेसमैन हैं। उन्‍होंने मुझे सिखाया है कि  'जो भी तुम्‍हारे पास है उसमें खुश रहो’। वह इस बात पर अटल थे कि मुझे एक अच्‍छा इंसान बनाना है इसलिये उन्‍होंने हमेशा ही मुझे मेरी गलतियों का ध्‍यान दिलाया, चाहे कैसा भी समय हो या कोई भी आस-पास हो। वह हर हाल में मेरे साथ खड़े रहे और इस इंडस्‍ट्री में मेरी सफलता की खुशी उन्‍हें मुझसे ज्‍यादा है। सिर्फ मेरे साथ ‘बालवीर रिटर्न्‍स’ के सेट पर रहने और मेरे चेहरे पर मुस्‍कुराहट लाने के लिये उन्‍होंने अहमदाबाद से मुंबई के बीच काफी सफर तय किया है। 


 


 


 


इस लॉकडाउन ने मुझे अपने डैड के साथ क्‍वालिटी टाइम बिताने का मौका दिया, क्‍योंकि उनकी फैक्‍ट्री भी बंद थी और वह घर पर हमारे साथ थे। इससे बाप-बेटे के रिश्‍ते को और बेहतर बनाने में मदद मिली। इन दिनों घर पर एक साथ रहते हुए हमने वाकई काफी अच्‍छी यादें संजोयी है। मेरे डैड तबला बजाते थे और मेरी मॉम और मैं गाते भी थे और डांस भी करते थे। इसलिये, डैड के साथ हर पल खूबसूरत और यादगार है। 


 


 


 


उन्‍होंने मेरे लिये जितना किया है उसकी तुलना तो मैं कभी नहीं कर सकता, लेकिन मेरा एक सपना है कि मैं उनके लिये गुजरात में एक सुंदर-सा घर खरीद कर दूं जिसमें गार्डन हो और झूले हों, क्‍योंकि मेरे डैड को झूला बहुत पसंद हैं। खैर वह सपना पूरा होने में तो अभी वक्‍त है लेकिन फादर्स डे पर छोटी-छोटी चीजें करके ही मैं उन्‍हें स्‍पेशल महसूस कराना चाहता हूं। इस साल के दौरान मुझे अपने डैड की जरूरत समझ में आ गयी है और फादर्स डे पर मैं वही चीज खरीद कर उन्‍हें सरप्राइज देना चाहता हूं। साथ ही मैं कभी भी उनके लिये हैंड-मेड कार्ड बनाना नहीं भूलता, क्‍योंकि इसमें पर्सनल टच शामिल होता है।‘’ 


 


 


 


युक्ति कपूर  (सोनी सब के मैडम सर में करिश्‍मा सिंह)


 


‘’शूटिंग रुकने की वजह से मुझे अपने होमटाऊन जयपुर जाने और अपने परिवार के साथ वक्‍त बिताने का मौका मिला। पिछले 4 सालों से मैं मुंबई में ही हूं और हमेशा से मैं चाहती थी कि अपने घर जा पाऊं और थोड़ा लंबे समय तक रुकूं। एक महीने या फिर उससे ज्‍यादा और अपने डैड के साथ वक्‍त बिता पाऊं। इसलिये, इस दौरान हम खूब खेले, एक-दूसरे से ढेर सारी बातें कीं, खूब सारे जोक्‍स सुनाये और एक साथ खूब ठहाके लगाये। बचपन से ही मैंने उनके साथ बिताये हर पल को काफी संजोकर रखा है क्‍योंकि आज मैं जो कुछ भी हूं, मुझे बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है। मेरे डैड ने मुझे हमेशा सिखाया कोई भी फैसला जल्‍दबाजी में मत लो और मैंने उनके इस सबक को पूरी जिंदगी याद रखा 


Thursday, June 18, 2020

आएगा जब तूफान, डटकर लड़ेंगे सीना-तान!

एंड पिक्चर्स पर कमांडो 3 के प्रीमियर में निडर करण सिंह डोगरा को आतंक का मुकाबला करते देखिए



देखिए एक्शन से भरपूर इस ब्लाॅकबस्टर का प्रीमियर, रविवार 21 जून को रात 8 बजे


एक देश, एक मिशन और एक जबर्दस्त जाबांज़! इस रविवार कमर कस लीजिए क्योंकि एंड पिक्चर्स कमांडो 3 का एक्शन से भरपूर तूफानी प्रीमियर लेकर आ रहा है। तीन गुना एक्शन और रोमांच के साथ साहसी कमांडो करण सिंह डोगरा एक बार फिर अपने देश को बचाने लौट आया है। उसके दुश्मन बहुत सारे और अलग-अलग हैं लेकिन अपने पक्के इरादों के साथ यह निडर कमांडो सीना तानकर अपने रास्ते में आने वाली हर अड़चन से भिड़ने को तैयार है। आदित्य धर के निर्देशन में बनी फिल्म कमांडो 3 आपके टेलीविजन स्क्रीन्स पर एक रोमांचक कहानी और अभूतपूर्व एक्शन लेकर आएगी। इस फिल्म में कमांडो करण सिंह डोगरा के रोल में वापस लौटे हैं विद्युत जामवाल। उनके साथ अदा शर्मा भावना रेडी के रोल में नजर आएंगी, अंगिरा धर ने ब्रिटिश इंटेलिजेंस ऑफिसर मल्लिका सूद का रोल निभाया है और गुलशन देवैया, खलनायक बुराक अंसारी बने हैं। तो फिर रविवार 21 जून को रात 8 बजे आप भी कमांडो करण सिंह डोगरा का धुंआधार एक्शन देखने के लिए तैयार हो जाइए।


 


इस फिल्म और अपने किरदार के बारे में बताते हुए गुलशन देवैया ने कहा, ‘‘मैं कुछ रोमांचक और पूरी तरह कमर्शियल करना चाहता था। कमांडो 3 में मुझे वो मौका मिला, जिसमें मुझे अपनी सोच के मुताबिक रोल करने की आजादी मिली। मैंने बुराक के किरदार में अपने हिसाब से बारीकियां जोड़ी हंै। वो कोई सामान्य विलेन नहीं है बल्कि ऐशो आराम में पला-बढ़ा है। वो तकनीकी तौर पर कभी पीछे नहीं रहा और उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं होता। मेरे विचार से वो शोहरत का भूखा है, जो अपने काम के लिए इतिहास में अपना नाम बनाना चाहता है। वो लंदन में रहने वाला एक सुशिक्षित इंसान है और मुझे उसके बोलचाल के अंदाज और हाव-भाव पर भी काफी ध्यान देना पड़ा, जो मेरे ख्याल से बहुत जरूरी था। मुझे इस किरदार की संवेदनशीलता को समझना पड़ा, साथ ही उस कहानी को भी महसूस करना पड़ा जो निर्देशक कहना चाहता था और फिर इसी हिसाब से अपनी परफॉर्मेंस देनी पड़ी। कुल मिलाकर, बुराक का किरदार निभाना एक बड़ी चुनौती थी। अब जबकि यह फिल्म एंड पिक्चर्स पर प्रीमियर हो रही है तो मैं उम्मीद करता हूं कि दर्शक इस किरदार को लेकर मेरी समझ और मेरे प्रयास की तारीफ करेंगे।‘‘


 


अपनी डेब्यू फिल्म के बारे में बताते हुए अंगिरा धर ने कहा, ‘‘कमांडो 3 मेरी पहली बॉलीवुड फिल्म है और ऐसी फिल्म से अपने सफर की शुरुआत करना एक यादगार अनुभव रहा। इस फिल्म में देश प्रेम के अपने पल हैं, लेकिन अंत में यह फिल्म एक बड़ा संदेश देती है जिसे आपको जरूर देखना चाहिए। इस फिल्म में काफी एक्शन भी है, जिससे हमें दर्शकों की दिलचस्पी बनाए रखने में मदद मिली। मुझे पर्दे पर महिलाओं को मुश्किल एक्शन दृश्य करते देखना बहुत अच्छा लगता है, और मुझे इस बात की खुशी है कि हमें अंततः बॉलीवुड में ऐसे दृश्य करने का मौका मिल रहा है। भारत के दर्शक अब ऐसी फिल्मों को स्वीकार कर रहे हैं जहां महिलाएं सिर्फ बैकग्राउंड का हिस्सा नहीं रहतीं, बल्कि उनके किरदार भी खास रहते हैं। महिलाएं भी एक्शन और भारी भरकम स्टंट करने में सक्षम हैं। यदि आप एक्शन प्रेमी हैं तो कमांडो 3 आपके लिए है। तो 21 जून को एंड पिक्चर्स पर एक्शन से भरपूर इस फिल्म को एंजॉय करना ना भूलें।‘‘


 


इस फिल्म के जबर्दस्त एक्शन के बारे में बताते हुए विद्युत जामवाल ने कहा, ‘‘मैं इस बेहतरीन फ्रेंचाइज़ का हिस्सा बनकर बेहद खुश हूं। कमांडो फ्रेंचाइज़ की हर फिल्म के साथ हमने एक्शन का स्तर बढ़ाने की कोशिश की है, साथ ही नए सीक्वेंस और स्टंट्स भी प्रस्तुत किए हैं। पहली फिल्म में हमने स्टंट्स में कल्लारीपयट्टू के एक प्रकार को शामिल किया, जबकि दूसरी फिल्म में किरदार की मांग के अनुसार, मुझे अपने शरीर को बढ़ाना पड़ा। अब कमांडो 3 में हम कल्लारीपयट्टू के एक और स्वरूप के साथ लौटे हैं, जिसके लिए मुझे थोड़ा छरहरा दिखाई देना था और शरीर को लचीला बनाना था। यह फिल्म जाति, संप्रदाय और धर्म के भेदभाव मिटाकर सारे देश को जोड़ने और एक बेहतर कल बनाने के बारे में है। यह एक दिलचस्प कहानी है और हमारे डायरेक्टर आदित्य ने इसके लिए बेहतरीन एक्शन की संकल्पना की है, जो इसे एक अलग ही रूप देता है।‘‘


 


इस फिल्म की कहानी में दिखाया जाता है कि देश में कुछ बड़ी घटना होने की आशंका के चलते मुंबई पुलिस तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार करती है और इस प्रकरण को सुलझाने के लिए उन्हें कमांडो करणवीर सिंह डोगरा को सौंप देती है। आगे की जांच में करण को पता चलता है कि इन आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड लंदन में छिपकर यह गिरोह चला रहा है। इस गिरोह का खात्मा करने के लिए भारत सरकार करण को एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पुलिस भावना रेड्डी के साथ भेजती है। करण की मदद के लिए ब्रिटिश गुप्तचर अधिकारियों - मल्लिका सूद और अरमान को भी इस मिशन में शामिल किया जाता है। दूसरी ओर मास्टरमाइंड बुराक अंसारी, जो अपने निजी स्वार्थ के लिए युवाओं को गुमराह करके आतंकवाद के रास्ते पर धकेल देता है, भारतीय एजेंटों को पकड़कर खत्म करने की फिराक में रहता है। इसके बाद शुरू होती है चूहा बिल्ली की दौड़।


 


आएगा जब तूफान, कमांडो करण सिंह डोगरा लड़ेगा सीना-तान! देखिए जबर्दस्त एक्शन ब्लाॅकबस्टर फिल्म ‘कमांडो 3‘, इस रविवार 21 जून को रात 8 बजे, सिर्फ एंड पिक्चर्स पर!


एसीसी की निर्माण सलाहकार पहल के जरिये हजारों राजमिस्त्रियों, ठेकेदारों और घर बनाने वालों को प्रदान की गई तकनीकी सहायता

 एसीसी ने अपनी निर्माण सलाहकार पहल के तहत घर बनाने वालों, राजमिस्त्रियों और ठेकेदारों को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया एक महत्वपूर्ण कदम • ए...