एण्ड टीवी के ‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ में स्वाति (तन्वी डोगरा) और इंद्रेश (आशीष कादियान) के वैवाहिक जीवन के माध्यम से श्भक्तश् और श्भगवानश् की सामाजिक-पौराणिक कहानी को बहुत ही खूबसूरती से दिखाया जा रहा है। पिछले एपिसोड में, दर्शकों ने देखा कि कैसे स्वाति पूरे समर्पण और आस्था के साथ संतोषी मां (ग्रेसी सिंह) को पुकारती है क्योंकि इंद्रेश का परिवार उसे तलाक के कागजात पर दस्तखत करने के लिए दबाव डालता है। आगामी एपिसोड्स में, पॉलोमी(सारा खान) खुद को स्वाति के वकील के रूप में बदल लेती है और स्वाति को तलाक के कागजात पर साइन करने के लिए मना लेती है, बशर्ते पैसों के साथ-साथ उसके नाम पर घर भी ट्रांसफर करती है। दूसरी तरफ, संतोषी मां इस पूरे ड्रामे को देखती है और इस बात का इंतजार करती हैं कि स्वाति अपनी लड़ाई खुद लड़े। लेकिन जल्द ही इंद्रेश की योजनाबद्ध तरीके और रणनीति का खुलासा होता है। खुश होकर, स्वाति एक बार फिर से संतोषी मां की मूर्ति को अपने घर में लाने का निर्णय लेती है। जब वो सभी जरूरी इंतजार कर रही होती है, तब इंद्रेश स्वाति को उसके और संतोषी मां के बीच किसी एक को चुनने की अंतिम चेतावनी देकर चैंका देता है। प्रेम और भक्ति के चैराहे पर खड़ी, स्वाति आखिर किसे चुनेगी?
स्वाति का किरदार निभाने वाली तन्वी डोगरा ने कहा, ष्स्वाति शायद कमजोर लगती है, लेकिन उसका संतोषी मां में जो विश्वास है वह बिलकुल पवित्र और असीम है। उसका यही विश्वास उसकी जिन्दगी में आने वाली बाधाओं से निकलने में उसकी मदद करता है। ऐसा माना जाता है जब भी कोई कठिन समय आता है, तो चीजों में भरोसा करना मुश्किल होता है, लेकिन इस मामले में, यह उसकी अटल आस्था ही है जो बार-बार उसे मुसीबतों से बचाती है। वह संतोषी मां और अपने पति के बीच चुनने की दुविधा में फंसी है, इस स्थिति से निकलने में केवल ज्ञान ही उसकी मदद कर सकता है।ष्
‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ में आगामी एपिसोड्स में स्वाति द्वारा लिए गए कठिन फैसलों को देखें, हर सोमवार से शुक्रवार, रात 9 बजे, सिर्फ एण्ड टीवी पर