Saturday, January 23, 2021

लोहुम ने की ग्रेटर नोएडा में अपनी दूसरी मैन्यूफक्चरिंग यूनिट लॉन्च करने की घोषणा

 जनवरी, 2021: इनावेटिव लिथियम-आयन बैटरी पैक निर्माता और बैटरी रीसाइक्लिंग कंपनी, लोहुम, में बेरिंग प्राइवेट इक्विटी पार्टनर्स एक महत्वपूर्ण निवेशक बन गया है। 2017में नई दिल्ली में की गई अपनी शुरुआत से, लोहुम ने लो-पॉवर मोबिलिटी एप्लिकेशंस और बैटरी लाइफ समाप्त होने पर अंत में निष्कर्षण (एक्स्ट्रैक्शन) के जरिये बैटरी की महत्वपूर्ण सामग्री को रीसाइकल करने के लिए पहली और दूसरी लाइफ वाले लिथियम-आयन बैटरी पैकका निर्माण करने की एडवांस टेक्नोलॉजी विकसित की है। लोहुम दुनिया भर में इन-हाउस टेक्नोलॉजी के साथ मैटेरियल रिसाइकलिंग के जरिये पैकनिर्माण करने वाली कुछ कंपनियों में से एक है। पिछले वर्ष के मुकाबले, अपनी उच्च वृद्धि से प्रेरित होकर, लोहुम ने ग्रेटर नोएडा में अपनी दूसरी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट की शुरूआत की, जिसमें पैक उत्पादन और रीसाइक्लिंग के बीच समान रूप से विभाजित 300 मेगावाट की उत्पादन क्षमता है। कंपनी 8 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक की वार्षिक रन दर प्राप्त कर रही है, जबकि कंपनी का तीन वर्षों के भीतर 90 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक प्राप्त करने का लक्ष्य है। पूंजी जुटाने की प्रक्रिया एक वर्ष के भीतर 700 मेगावाट आवर की एकीकृत घरेलू क्षमता हासिल करने के लिए विकास योजनाओं को तेज करेगी,और साथ ही अमेरिका में यह पहला विदेशी रीसाइक्लिंग प्लांट होगा।


 


बेरिंग प्राइवेट इक्विटी पार्टनर्स ने लोहुम की बेहतर तकनीक तथा भारत और विदेशों में बड़े बाजार के अवसर को देखते हुए, 7 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश किया। बेरिंग प्राइवेट इक्विटी पार्टनर्स के पार्टनर, अरुल मेहरा ने बताया कि “लिथियम-आयन बैटरी निर्माण और रीसाइक्लिंग के लिए, लोहुम का एक अग्रणी दृष्टिकोण है और यह इलेक्ट्रिक वाहनों और स्थिर भंडारण की भविष्य में आने वाली लहर से लाभ उठाने के लिए तैयार है। रीसाइक्लिंग के साथ पहली और दूसरी लाइफ वाली बैटरी में कंपनी का वर्टिकल इंटिग्रेशन उन्हें मूल उपकरण निर्माताओं के लिए एक आदर्श भागीदार बनाता है, जिनका लक्ष्य लागत-प्रभावी और सस्टेनेबल बैटरी सॉल्यूशंस प्राप्त करना है। रीसाइकल्ड बैटरी रसायनों और धातुओं को उन ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराना, जिनके पास भू-राजनीतिक या भौगोलिक कारणों से पहुंच की कमी है, सेल मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र को लोकतांत्रिक बनायेगा। बहुराष्ट्रीय टीम और वैश्विक उपस्थिति के साथ ली-आयन बैटरी रीसाइक्लिंग में वैश्विक नेतृत्व स्थापित करने की लोहुम की दृष्टि प्रेरणादायक है। इस प्रयास में उनका समर्थन करने में बेरिंग इंडिया गर्व महसूस करता है और उन्हें शुभकामनाएं देता है।’’


 


लोहुम द्वारा सभी मोबिलिटी और स्थिर भंडारण एप्लिकेशंस में अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाना जारी है। मुख्य बाजार टू-व्हीलर्स और थ्री-व्हीलर्स रहे हैं और कंपनी इन एप्लिकेशंस में, विशेष रूप से लॉजिस्टिक्स और डिस्ट्रिब्यूशन मेंनई वृद्धि के साथ, जबरदस्त प्रगति देख रही है। कंपनी के पास पहले से ही बैटरी पैक और रीसाइक्लिंग के लिए एक बड़ा और विविधतापूर्ण ग्राहक आधार मौजूद है जिसमें घरेलू और वैश्विक ओईएम के साथ ही फ्लीट ऑपरेटर्स भी शामिल हैं।


 


प्रगति के बारे में बताते हुए, श्री रजत वर्मा, संस्थापक और सी.ई.ओ, लोहुम ने कहा कि “हमें बेहद खुशी है कि लोहुम के साथ अग्रणी निवेशक के रूप में बेरिंग प्राइवेट इक्विटी पार्टनर्स मौजूद हैं, क्योंकि कंपनी भी भारत और दुनिया भर मेंतेजी से बढ़ते ईवी इकोसिस्टम में समान जोश और विश्वास साझा करती है। जुटाए गए निवेश से लोहुम की अपनी मैन्यूफैक्चरिंग क्षमताओं और अपने प्रॉडक्ट ऑफरिंग में कई गुना वृद्धि सुनिश्चित होगी। 2021 में हमारा एक प्रमुख लक्ष्य देश भर में अपने डीलर नेटवर्क का विस्तार करना और विदेशों में ऑपरेशंस बढ़ाना है। लोहुम में हमारी मुख्य दृष्टि ऐसी टेक्नोलॉजी का निर्माण करना है जो बैटरी ऊर्जा को सस्ती करे और दुनिया के हर हिस्से में लंबे समय तक चलने वाला बनाये।”


 


लोहुम पहले से ही अमेरिका में वाशिंगटन डी.सी. और लॉस एंजिल्स में मौजूद है तथा बैटरी पैक और रीसाइक्लिंग सॉल्यूशंस के लिए ओईएम के साथ मिलकर काम कर रहा है। अमेरिका के प्रथम रीसाइक्लिंग प्लांट की योजना 2022 के लिए बनाई गई है। श्री जस्टिन लेम्मन, सह-संस्थापक और इंटरनेशनल ऑपरेशंस हेड ने कहा कि "हम एक बहुत ही अनूठा अवसर देख रहे हैं, क्योंकि एक ही समय में बडे वैश्विक उद्योगों में से दो उद्योगों – मोबिलिटी तथा ऊर्जा - में पूरी दुनिया बैटरी ऊर्जा की तरफ जा रही है। ये उद्योग 10 वर्षों में बहुत अलग दिखेंगे और हम चाहते हैं कि हमारे सॉल्यूशंस उस बदलाव के दौर में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें।”

एसीसी की निर्माण सलाहकार पहल के जरिये हजारों राजमिस्त्रियों, ठेकेदारों और घर बनाने वालों को प्रदान की गई तकनीकी सहायता

 एसीसी ने अपनी निर्माण सलाहकार पहल के तहत घर बनाने वालों, राजमिस्त्रियों और ठेकेदारों को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया एक महत्वपूर्ण कदम • ए...