उत्तर प्रदेश, जुलाई 21, 2019: गोदरेज कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) ने स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार, और परिवार स्वास्थ्य भारत (एफ़एचआई), एफ़एचआई 360 के एक स्थानीय सहयोगी (एक यूएस में बसे एनजीओ) के साथ गैर-वित्तीय, त्रिपक्षीय, समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। जीसीपीएल द्वारा प्रदेश सरकार के साथ हस्ताक्षरित किया गया यह दूसरा एमओयू है, पहला एमओयू जनवरी 2018 में मध्यप्रदेश सरकार के साथ हस्ताक्षरित हुआ था, यह लंबी अवधि की पार्टनरशिप का विवरण देता है और प्रत्येक पक्ष के लिए व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने और जीसीपीएल के प्रोजेक्ट ईएमबीईडी (मच्छरों से होने वाली स्थानिक बिमारी का खात्मा) को लागू करने के लिए उनकी जिम्मेदारियों को सूचीबद्ध करता है।
25 अप्रैल, 2017, विश्व मलेरिया दिवस पर, जीसीपीएल 2030 तक मलेरिया मुक्त भारत का समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध था और उसने प्रोजेक्ट ईएमबीईडी शुरू किया, जिसका उद्देश्य वेक्टर जनित बीमारियों से होने वाली रोग और मृत्यु दर को कम करना है। ईएमबीईडी उत्तर प्रदेश के बरेली और बादौन जिले में 200 गावों को कवर करेगा और मलेरिया के जोखिम वाले 1,50,000 लोगों को प्रभावित करेगा। इस प्रोजेक्ट की गतिविधियों में मच्छर से होने वाली बिमारियों की रोकथाम और उपचार पर केंद्रित व्यवहार बदलाव संचार (बीसीसी) अभियानों को लागू करने के लिए जानकारी, शिक्षा और संचार (आईईसी) सामग्री प्रदान करना शामिल होगा। यह स्थानीय स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा और सरकार के नेतृत्व में वेक्टर नियंत्रण प्रयासों का समर्थन करेगा।
एमओयू पर गोदरेज कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स, डॉ. प्रभाकर सिंह, डायरेक्टर जनरल, मेडिकल हेल्थ, उत्तर प्रदेश सरकार और एफ़एच इंडिया के डायरेक्टर शरद मल्होत्रा ने हस्ताक्षर किए। अन्य उपस्थित सरकारी अधिकारियों में डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी, डायरेटर संक्रामक रोग, श्रीमती वी. हेकालीज़ीमोमी, सेक्रेटरी मेडिकल हेल्थ, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, माननीय स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री महेंद्र सिंह, माननीय राज्य मंत्री, चिकित्सा व स्वास्थ्य, और पंकज कुमार, मेडिकल डायरेक्टर, राष्ट्र स्वास्थ्य मिशन शामिल थे।
इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, गोदरेज कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विवेक गंभीर ने कहा:
“एक कंपनी के रूप में, गोदरेज हमेशा से ही सामाजिक जिम्मेदारी में सक्रिय रूप से आगे रही है। हम उन समुदायों की सामाजिक प्रगति के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है जहां हम अपना व्यवसाय संचालित करते हैं। हम व्यवसाय में प्रगति और नवीनीकरण के लिए 'साझा मूल्य' की सोच को अपनाते हैं। इसमें व्यवसाय की सफलता को सामाजिक प्रगति से जोड़ने का विचार है।
हमने जब से ईएमबीईडी शुरू किया है तब से हम मध्यप्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम राज्य में मच्छर-जनित बीमारियों को खत्म करने की दिशा में सरकार और एफ़एचआई द्वारा दिए गए समर्थन और प्रोत्साहन के लिए उनके बहुत आभारी है। हम मानते हैं कि मज़बूत साझेदारी का निर्माण करके और समुदाय जुड़ाव पैदा करके, 2030 तक भारत से मलेरिया को खत्म करने के हमारे प्रयासों की ओर बड़ी प्रगति कर सकते हैं। हम मध्यप्रदेश में ईएमबीईडी द्वारा की गई प्रगति से प्रोत्साहित है और उत्तर प्रदेश में हमारे हस्तक्षेपी और समावेशी मॉडल और प्रयासों से परिणाम पाने की आशा रखते हैं।
हमारा सूंपर्ण लक्ष्य वेक्टर जनित बिमारियों के प्रति जागरूकता को बढ़ाना है, और मच्छर रोकने वाले तरीकों और उनके उपयोग में वृद्धि लाना है, जिससे इन बिमारियों से होने वाले आर्थिक बोझ और उत्पादकता में हानि में कमी करने में महत्वपूर्ण रूप से योगदान मिलेगा।”